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नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। साल 2025 का अंतिम वैवाहिक सीजन में अब सिर्फ दस मुहूर्त शेष है। इसमें दिसंबर में 6 में छह दिन और दिसंबर 11 दिन शादियां थी। देवउठनी एकादशी के बाद वैवाहिक सीजन विलंब से शुरू होने से इस बार कम विवाह मुहूर्त थे। इसके चलते अब अंतिम मुहूर्त पर बड़ी संख्या में शहर में वैवाहिक आयोजन होंगे।
इसके बाद शुक्र का तार अस्त होने और धनुमार्स लगने के चलते वैवाहिक आयोजन पर एक बार फिर विराम लग जाएगा। इस दौरान मांगलिक आयोजन नहीं होंगे।इन वैवाहिक आयोजन पर हल्दी, महेंदी, विवाह और आर्शीवाद समारोह मैरिज गार्डन, धर्मशाला, होटल्स मुहूर्त के दौरान बुक है।
ज्योतिर्विद् देवेंद्र कुशवाह बताते है कि नवंबर में 22, 23, 24, 25, 29,30 और दिसंबर में 1,4,5, 6 और 7 दिसंबर को वैवाहिक आयोजन होंगे। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की देव उठनी एकादशी के दिन श्रीहरि विष्णु के चार माह की निद्रा से जागने के बाद मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है। इस बार 16 नवंबर को सूर्य के तुला राशि से निकलकर गोचर के बाद करने के बाद शुद्ध वैवाहिक मुहूर्त प्राप्त हुए।
ज्योतिर्विद् विनायक चतुर्वेदी के अनुसार 11 दिसंबर को पूर्व दिशा में शुक्र ग्रह के अस्त होने और वृद्धत्व दोष के कारण 8 दिसंबर से विवाह कार्य रुक जाएंगे।इसके अतिरिक्त 16 दिसंबर 2025 से 2026 तक खरमास रहेगा। इस दौरान भी विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण आदि मांगलिक कार्य पर विराम लगता है।इसके बाद विवाह के मुहूर्त 4 फरवरी 2026 में रहेंगे। फरवरी में 12 दिन शादियों के लिए मुहूर्त रहेंगे। इसमें 4,5,6,7,8,9,12,13,15,19,20 21 फरवरी को आयोजन होंगे।
2025 में 75 और 2026 में 59 दिन शुभ मुहूर्त
वर्ष 2025 में शादियों के लिए विवाह के कुल 75 मुहूर्त थे।इनमें से 50 मुहूर्त से अधिक मुहूर्त जनवरी से जून के बीच थे। इसके बाद जुलाई से अक्टूबर से चातुर्मास के चलते कोई विवाह मुहूर्त थे।
अन्य नवंबर और दिसंबर में है।बात अगर 2026 की बात करे तो इसमें 59 विवाह का मुहूर्त है।इस अनुसार यह वर्ष भी वैवाहिक आयोजन के लिए अनुकूल माना जा रहा है।जनवरी को छोड़ दिया जाए तो फरवरी में 12 दिन विवाह होंगे।सबसे ज्यादा मुहू्र्त इसी दिन होंगे। इसके बाद मार्च में नौ, अप्रैल-मई में आठ-आठ, जून में सात और जुलाई में चार दिन विवाह मुहू्र्त रहेंगे।
इसके बाद नवंबर में चार और दिसंबर में सात दिन विवाह होंगे। विवाह के लिए ग्रहों की शुभता आवश्यक ज्योतिष शास्त्र में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का आवश्यक माना गया। इसके लिए बृहस्पति, शुक्र और सूर्य का शुभ होना खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए जरूरी माना गया है।मुहूर्त निकालने के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु और मीन लग्न में किसी का होना आवश्यक है।
बैंड-बाजा,बारात के लिए नवंबर छह और दिसंबर में पांच दिन होगी बड़ी संख्या में शादियां - खरमास 16 दिसंबर से लगेगा, 2026 में फरवरी में शुरू होंगे विवाह फैक्ट- 75 दिन 2025 में विवाह मुहूर्त।- 59 दिन 2026 में विवाह मुहूर्त ।- 16 दिन पिछले वर्ष से कम दिन शादियां। - 12 सबसे ज्यादा मुहूर्त फरवरी 2026 में।