Vivah Panchami 2025: विवाह पंचमी के दिन इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, बरसेगी प्रभु श्री राम की कृपा
Vivah Panchami 2025 Shubh Muharat: मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को मनाया जाने वाला विवाह पंचमी भगवान श्रीराम और माता सीता के पावन विवाह का स्मरण दिवस है। इस दिन श्रीराम-सीता की विधि-विधान से पूजा करने पर भक्तों को विशेष आशीर्वाद मिलता है और सभी प्रकार के संकट दूर होने लगते हैं।
Publish Date: Tue, 25 Nov 2025 10:35:51 AM (IST)
Updated Date: Tue, 25 Nov 2025 10:35:51 AM (IST)
विवाह पंचमी - शुभ मुहूर्त और महत्व।धर्म डेस्क। मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को मनाया जाने वाला विवाह पंचमी (Vivah Panchami 2025 Shubh Muharat) भगवान श्रीराम और माता सीता के पावन विवाह का स्मरण दिवस है। इस दिन श्रीराम-सीता की विधि-विधान से पूजा (Vivah Panchami Rituals) करने पर भक्तों को विशेष आशीर्वाद मिलता है और सभी प्रकार के संकट दूर होने लगते हैं। खास बात यह है कि इसी दिन राम मंदिर का ध्वजारोहण भी होने जा रहा है, जिससे इस पर्व का महत्व और अधिक बढ़ गया है।
विवाह पंचमी - शुभ मुहूर्त (Vivah Panchami 2025 Shubh Muhurat)
राम मंदिर ध्वजारोहण मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 11:52 मिनट से 12:35 मिनट तक
यह 43 मिनट का समय अत्यंत शुभ माना जा रहा है। इसी दौरान पूजा-पाठ और अन्य धार्मिक कार्य करना फलदायी रहेगा।
राम–सीता विवाह अनुष्ठान का शुभ मुहूर्त
शाम 04:49 मिनट से शाम 06:33 मिनट तक
विवाह पंचमी - पूजा विधि (Vivah Panchami 2025 Puja Vidhi)
- सुबह जल्दी उठकर गंगाजल मिश्रित जल से स्नान करें।
- घर के मंदिर में राम दरबार की तस्वीर स्थापित करें।
- हाथ में जल लेकर संकल्प लें।
- भगवान राम और माता सीता को चंदन, रोली, हल्दी, पीले या लाल फूल, तुलसी दल और मिठाई अर्पित करें।
- 'श्री राम जय राम जय जय राम' या 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का कम से कम 108 बार जाप करें।
- शाम के समय घर के बाहर और मंदिर में घी के दीपक जलाएं।
- यदि संभव हो तो घर के मंदिर के ऊपर केसरिया ध्वज फहराएं, क्योंकि इसी दिन राम मंदिर में भी ध्वजारोहण हो रहा है।
- पूजा के अंत में आरती करें और किसी भी भूल के लिए क्षमायाचना करें।
विवाह पंचमी का महत्व (Vivah Panchami 2025 Significance)
विवाह पंचमी केवल भगवान राम-सीता की विवाह वर्षगांठ नहीं है, बल्कि धर्म, प्रेम, समर्पण और आदर्श गृहस्थ जीवन का प्रतीक है। जिन लोगों के विवाह में देरी हो रही है या किसी प्रकार की बाधा आ रही है, वे इस दिन राम-सीता विवाह अनुष्ठान करवाएं।
माना जाता है कि रामलला की कृपा से विवाह संबंधी सभी अड़चनें दूर होती हैं और मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त होता है। इसके साथ ही, श्रीराम-सीता का आशीर्वाद जीवन के हर संकट को दूर कर सुख-समृद्धि प्रदान करता है।