हिंदू पुराणों में उल्लेखित है कि श्रीहरि के अप्सराओं से जन्में 100 पुत्र थे। कामदेव को भी भगवान विष्णु का पुत्र माना जाता है। कामदेव का स्वरूप युवा और आकर्षक माना जाता है।
उनकी पत्नी रति हैं। कामदेव को रागवृंत, अनंग, कंदर्प, मनमथ, मनसिजा, मदन, रतिकांत, पुष्पवान तथा पुष्पधंव आदि नाम से भी जाना जाता है।
भगवान श्रीकृष्ण और रुकमणि के पुत्र प्रद्युम्न कामदेव का ही मानव अवतार थे। आध्यात्मिक दृष्टि से देखें तो कामदेव को ही वैष्णव संप्रदाय द्वारा कृष्ण माना गया है। कामदेव योगियों के आराध्य हैं।
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कामदेव के अलावा भगवान श्रीविष्णु की पत्नी लक्ष्मी से 4 पुत्र आनंद, कर्दम, श्रीद, चिक्लीत थे। इनके अलावा भगवती लक्ष्मी के 18 पुत्र वर्ग कहे गए हैं- देवसखाय, चिक्लीताय, आनन्दाय, कर्दमाय, श्रीप्रदाय, जातवेदाय, अनुरागाय, सम्वादाय, विजयाय, वल्लभाय, मदाय, हर्षाय, बलाय, तेजसे, दमकाय, सलिलाय, गुग्गुलाय, कुरुण्टकाय।