Chanakya Niti। आचार्य चाणक्य की सदियों पुरानी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं। चाणक्य नीति में मानव जीवन को सफल बनाने से जुड़ी कई बातें बताई गई हैं। आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जीवन में यदि सफल होना है कि मनुष्य को कुछ गलतियां बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इसके अलावा यदि आप आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन करेंगे तो जीवन में कभी भी धोखा नहीं खाएंगे।
चाणक्य नीति के मुताबिक, हर काम हमेशा सोच समझकर विचारपूर्वक ही करना चाहिए, लेकिन जो व्यक्ति बगैर सोचे-समझे कोई काम करता है और इसमें असफलता हाथ लगती है। ऐसी ही व्यक्ति बाद में खुद की जग हंसाई कराते हैं। व्यक्ति को समाज में मूर्ख समझ लिया जाता है।
आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में कहा है कि जो लोग बार-बार खुद की तारीफ करते हुए अपने मुंह मियां मिट्ठू बनते हैं, वे समाज में मूर्ख समझे जाते हैं। यदि आप में सच में अच्छे गुण हैं तो वह आपके कार्यों से ही सबके सामने आ जाते हैं। बार-बार इसका ढिंढोरा नहीं पीटना पड़ता है। जो व्यक्ति बार-बार खुद की तारीफ करता है, उसमें समाज में पर्याप्त मान-सम्मान नहीं मिलता है।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, जो व्यक्ति खुद को दूसरों की तुलना में ज्यादा ज्ञानी समझते हैं, वे वास्तव में सबसे बड़े मूर्ख होते हैं। खुद को ज्ञानी समझने के कारण ही ऐसे लोगों के लिए सर्वनाश का कारण बन जाता है।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, खुद को ज्ञानी समझने वाला व्यक्ति बगैर सोचे समझें दूसरों का अपमान कर देता है। ऐसा व्यक्ति भी समाज में मूर्खों में गिना जाता है।
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