धर्म डेस्क, इंदौर। Lord Shiv: शिव परिवार में भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय को ही हम देखते आए हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव की अन्य संतानें भी हैं, जिनकी उत्पत्ति की अलग-अलग कहानियां हैं। भगवान शिव की संतान माने जाने वाले इन देवी-देवताओं के देश में प्रसिद्ध मंदिर भी बनाए गए हैं।
अशोक सुंदरी भगवान शिव और माता पार्वती की पुत्री मानी जाती हैं। इसका वर्णन पद्म पुराण में मिलता है। पुराणों में वर्णित कथा के अनुसार, माता पार्वती अपने अकेलेपन से छुटकारा पाना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने कल्पवृक्ष से एक पुत्री मांगी। उस वृक्ष से अशोक सुंदरी की उत्पत्ति हुई। जिस स्थान से शिवलिंग से जल प्रवाहित होकर निकलता है, वह स्थान अशोक सुंदरी का स्थान माना जाता है।
कई मान्यताओं के अनुसार, मनसा देवी भगवान शिव की सबसे छोटी पुत्री हैं, जिन्हें देवी वासुकी के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, वह मस्तक से प्रकट हुईं, इसलिए उन्हें मनसा कहा जाता है। मां मनसा का प्रसिद्ध शक्तिपीठ हरिद्वार में स्थित है।
भगवान अयप्पा एक प्रमुख देवता हैं, जिनकी पूजा मुख्य रूप से दक्षिण भारत में की जाती है। भगवान शिव को उनका पिता भी माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार जब भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया, तो भगवान शिव उन पर मोहित हो गए, जिसके कारण अयप्पा का जन्म हुआ। अयप्पा स्वामी को हरिहरपुर यानी हर - भगवान शिव और हरि - भगवान विष्णु के नाम से भी जाना जाता है। केरल में भगवान अयप्पा को समर्पित सबरीमाला मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है।
जलंधर को भगवान शिव का पुत्र माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि उनका जन्म महादेव के क्रोध से हुआ था और वह भगवान शिव के शत्रुओं में से एक भी थे। पुराणों में कथा है कि गुरु बृहस्पति की सलाह पर महादेव ने इंद्र की जान बचाने के लिए अपना क्रोध समुद्र में बहा दिया। भगवान शिव के इस क्रोध से समुद्र से एक बालक का जन्म हुआ, जिसका नाम जलंधर रखा गया। जलंधर का वध भी भगवान शिव ने ही किया था।
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