
Good Sleep Tips: कई सारे लोग ऐसे हैं जिन्हें रात में अच्छे से नींद नहीं आती है। रात भर करवटें बदलते रहते हैं लेकिन फिर भी वे एक अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं। इसका एक कारण बाहर के शोर-शराबे होते हैं। वहीं कई बार बेड पर लगे गद्दों के कारण भी नींद आने में परेशानी होती है। इसके लिए आपको अपने घर विशेषकर अपने बेडरूम का वास्तु शास्त्र सही करना बहुत जरूरी है। कई बार नींद ना आने का कारण वास्तु दोष भी होता है। आइए आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
अगर आप रात में अच्छी नींद सोना चाहते हैं तो आग से जुड़ी हुई कोई भी चीज घर की दक्षिण पूर्व दिशा में नहीं रखें। साथ ही घर की उत्तर दिशा जिसे ईशान को भी कहा जाता है, उसमें हल्की वस्तुएं रखनी चाहिए। इन उपायों को करने से शांति मिलती है और अच्छी नींद आती है।
अगर आपने घर के अंदर पौधे लगा रखे हैं तो उन्हें रोजाना पानी देना चाहिए। ध्यान रखें कि किसी भी हालत में वे पौधे सूखने ना पाए। उन पौधों का सूखना घर में अशांति लेकर आता है। इसके साथ ही आपके घर में ओवरहेड वॉटर टैंक की व्यवस्था दक्षिण पश्चिम दिशा में करवाएं। ऐसा करना काफी शुभ माना जाता है।
आप अपने घर में जो भी इलेक्ट्रॉनिक आइटम इस्तेमाल करते हैं उनकी नियमित रूप से देखभाल जरूर करें। खराब हुई चीजों से दुर्घटना होने की आशंका होती है। साथ ही ये मानसिक तनाव को भी बढ़ाती हैं। आप इस बात का भी ध्यान रखें कि घर के किसी भी कमरे में कांटे वाले गुलदस्ते भूलकर भी ना रखें।
रात को अगर आपको अच्छी नहीं आती है तो आप दक्षिण दिशा की ओर भूलकर भी पैर करके ना सोएं। ऐसा करने से मन में घबराहट होती है और बेचैनी जैसी समस्याएं पैदा होती है। इसके साथ ही बेडरूम में दरवाजे की ओर सिर करके भी नहीं सोना चाहिए। इसके बजाय आप पूर्व दिशा में सिर और पश्चिम दिशा में पैर करके सोए। इससे आपको अच्छी नींद आएगी।
Annakoot 2022: ऐसे शुरू हुई थी अन्नकूट की परंपरा, जानिए भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाने का कारण
डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'