एक सर्वसुविधा युक्त घर और एक खुशहाल परिवार सभी का सपना होता है। हर प्रकार की सावधानियां रखने के बाद भी कई बार घर में बिना कारण के तनाव व लड़ाई-झगड़ा बना रहता है। आपसी रिश्तों में कड़वाहट और उदासीनता-सी बनी रहती है। अन्य कारणों के साथ-साथ वास्तु दोष भी इसका एक कारण हो सकता है। वास्तु विज्ञान के पर्याप्त ज्ञान के अभाव के कारण भवन निर्माण में कुछ अशुभ तत्वों तथा वास्तु दोषों का समावेश हो ही जाता है। यही कारण है कि गृहस्वामी को विभिन्न प्रकार के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक कष्टों का सामना करना पड़ता है। घर बनवाने के बाद फिर से उसे तोड़कर दोषों को दूर करना बहुत ही कठिन हो जाता है। ऐसे में हमारे वास्तु ऋषियों-मनीषियों ने बिना तोड़-फोड़ किए इन दोषों को दूर करने के कुछ उपाय बताए हैं। आइये जानते हैं उन में से कुछ उपायों के बारे में...
1.सर्वप्रथम अपने घर के उत्तरकोण में तुलसी का पौधा लगाएं।
2.ईशान कोण को सदा स्वच्छ व खाली रखना चाहिए। ध्यान रहे, यहां शौचालय नहीं होना चाहिए।
3.घर में अग्नि का स्थान वास्तुसम्मत दिशा में होना चाहिए। अग्नि का स्थान आग्नेय कोण है, इसलिए रसोईघर यथासंभव घर के दक्षिण-पूर्व दिशा आग्नेय कोण में बनवाना चाहिए। और चूल्हा उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए।
4.यदि घर में पानी का बहाव ठीक न हो या पानी की निकासी सही दिशा से न हो, तो उत्तर-पूर्व दिशा से यानी ईशान कोण से भूमिगत (जमीन में) पानी की टंकी का निर्माण कर उसी से घर में पानी की सप्लाई करें। ऐसा करने से यह वास्तु दोष दूर हो जाएगा और पानी की ग़लत दिशा से निकासी भी बंद हो जाएगी।
5.रसोई घर के दरवाज़े के ठीक सामने बाथरूम या शौचालय का दरवाज़ा हो, तो यह नकारात्मक ऊर्जा देता है। इस दोष से बचने के लिए शौचालय और रसोईघर के बीच में एक कपड़े का परदा या किसी अन्य प्रकार का पार्टिशन लगा सके तो उचित रहेगा जिससे रसोईघर से बाथरूम दिखाई न दे उसका दोष दूर हो जाएगा।
6.दरवाज़ों के कब्जों में तेल या ग्रीस लगाते रहें, नहीं तो गेट खोलते या बंद करते समय आवाज़ आएगी जो वास्तु के अनुसार अशुभ व हानिकारक होती है।
7.हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिडकाव करें। इस उपाय से घर में लक्ष्मी का सदा वास तथा शांति बनी रहगी।
8.घर में साफ-सफाई हेतु रखी झाडू को आने-जाने वाले रस्ते के पास नहीं रखें। यदि झाडू को बार-बार पैर लगता है, तो यह धन-नाश का कारण होता है। झाडू के ऊपर कोई भारी वास्तु भी नहीं रखें।
9.फेंगशुई में कछुए को शुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से धन-पैसा और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
इसे अपने घर या ऑफिस की उत्तर दिशा में रखें। ध्यान रहे, कछुए को जब भी रखें, तो उसका चेहरा अंदर की ओर होना चाहिए, तभी दिशा शुभ होगी। और ध्यान रहे इसे कभी जोड़े में न रखें।
10.मानसिक शांति के लिए चंदन की अगरबत्ती का उपयोग करें। इससे मानसिक हलचल कम हो जाती है।
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