हमारे जीवन में वास्तु नियमों का बहुत महत्व होता है। इन नियमों की अनदेखी हमें मुश्किल में डाल देती है। वास्तु का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। वास्तु शास्त्र में प्रत्येक चीज के लिए दिशा और स्थान पहले से निर्धारित किए गए हैं। अग्नि, वायु और जल के लिए भी दिशाएं तय की गई हैं। वास्तु के अनुसार माना जाता है कि घर में इन तत्वों से जुड़ी चीजों को सही दिशा में रखना बहुत ही जरूरी है। वरना वास्तु दोष का कारण बन सकते हैं। इस कड़ी में आज हम जानेंगे पानी की टंकी को किस दिशा में रखना शुभ-अशुभ होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार जानिए पानी की टंकी रखने और टैंक बनाने की शुभ-अशुभ दिशाएं -
1.पानी की टंकी नैऋत्य कोण यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं रखना चाहिए। इस दिशा में पानी का होना शारीरिक और मानसिक बीमारियां का कारण बनता है।
2.पानी का टैंक कभी भी दक्षिण-पूर्व दिशा में भी नहीं बनाना चाहिए। इस अग्नि की दिशा माना गया है। आग-पानी का मेल वास्तु दोष पैदा करता है।
3.घर की दक्षिण दिशा में भूमिगत टैंक नहीं होना चाहिए ना ही वहां पानी टंकी रखना चाहिए। ऐसा करने से घर का वास्तु खराब होता है। घर में धन की कमी होती है।
4.घर में या खेत में ट्यूबवेल हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण के मध्य भाग में लगाना चाहिए है।
5.पानी की टंकी को उत्तर-पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार, इस दिशा में पानी की टंकी रखने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ती है।
6.घर की सीढ़ी के नीचे पानी का टैंक होने से घर में वास्तु दोष पैदा होता है जोकि किसी बड़ी घटना का कारण बनता है।
7.पानी की टंकी को उत्तर दिशा में भी रखना शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
8.उत्तर दिशा के मध्य या वायव्य के अलावा पश्चिम दिशा के मध्य में किसी भी दिशा में छत में टंकी रख सकते हैं। इससे आपको लाभ मिलेगा।
9.यदि आप भूमिगत टंकी बनवा रहे है तो उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में रखना शुभ होगा।
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