ज्योतिष पर विश्वास रखने वालों की सबसे बड़ी दुविधा है कि वे 'जन्म राशि' देखें या 'नाम राशि'। वैसे तो
व्यक्ति के जन्म का पूरा वर्णन जन्म कुंडली से ही मिलता है पर दैनिक, साप्ताहिक और वार्षिक राशियों का भी अपना एक अलग महत्व है।
जाहिर तौर पर सवाल यह उठता है कि जन्म राशि या चालू नाम राशि में से किसे प्रधान राशि मानें? ज्योतिष शास्त्र में इस दुविधा को इस तरह दर्शाया गया है।
विद्यारम्भे विवाहे च सर्व संस्कार कर्मषु।
जन्म राशिः प्रधानत्वं, नाम राशि व चिन्तयेत्।।
यानि विद्यारम्भ, विवाह, यज्ञोपवीत आदि मूल संस्कारित कार्यों में जन्म राशि की प्रधानता होती है, जबकि दैनिक
राशिफल के लिए आप नाम राशि का उपयोग कर सकते हैं।
पाश्चात्य देशों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकीं ज्योतिषशास्त्री ऐलिन लियो ने निष्कर्ष निकाला है कि जिस
नाम के लेने से सोया हुआ व्यक्ति नींद से उठ जाए, जिस नाम से उसके दैनिक क्रिया-कलापों का गहरा संबंध हो, वही अक्षर प्रधान राशि उस व्यक्ति को देखना चाहिए।