Budh Rashi Parivartan 2021 । आज देशभर में महाशिवरात्रि पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। 11 मार्च के महाशिवरात्रि पर्व के साथ ही बुध ग्रह का भी राशि परिवर्तन हो रहा है। बुध ग्रह कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। गौरतलब है कि बुध ग्रह मकर राशि में 4 फरवरी को वक्री हुए थे। इसके बाद अब बुध ग्रह 1 अप्रैल को मीन राशि में गोचर करेंगे। बुध ग्रह जिस ग्रह के साथ आता है, उस ग्रह के अनुसार ही व्यवहार करने लगता है। बुध सूर्य का निकटतम ग्रह है। बुध ग्रह को बुद्धि का प्रदाता माना जाता है।
अभी तक मकर राशि में थे बुध
बुध ग्रह अभी तक मकर राशि में चल रहे थे और अब मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 31 मार्च तक यही कुंभ राशि में रहने वाले हैं और 1 अप्रैल को फिर से राशि बदलेंगे और मीन राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष के मुताबिक कुंभ राशि में पहले से ही सूर्य बैठे हुए हैं और ऐसे में बुध ग्रह के भी प्रवेश करने से बाद यानि दोनों की युति से बुध आदित्य नाम का राजयोग बनता है जो बेहद अच्छा माना जाता है।
बुध ग्रह के राशि परिवर्तन का जातकों पर असर
- जातक साझेदारी में व्यवसाय करते हैं उनको अपने व्यवसाय में वृद्धि देखने को मिलेगी। इसके अलावा यह समय पैसों की लेनदेन करने के लिए भी अच्छा रहेगा।
- अपने भाई बहनों के साथ आप एक अच्छा टाइम बिताएंगे। उनकी जिम्मेदारियों को भी निभाएंगे। उनके करियर में ग्रोथ होता हुआ देखेंगे।
- इन 20 दिनों में आप किसी यात्रा पर भी जा सकते हैं और यात्रा कामकाज से जुड़ी भी हो सकती है और धार्मिक भी हो सकती है। यात्रा करते समय थोड़ी सावधानी रखनी है। इस दौरान अपने रिश्तेदारों से मिलेंगे।
- अपने से बड़ों के किसी की ऐसी सहायता ले सकते हैं जो आपके करियर में मदद करेगी।
- बुद्धि बड़ी प्रबल होगी, सोचने की शक्ति अच्छी होगी, अपने निर्णय आप अच्छे तरीके से ले पाएंगे और अगर आप किसी मेडिकल क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपको सफलता मिलने की पूरी संभावना है।
बुध का वैदिक मंत्र
ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेथामयं च.
अस्मिन्त्सधस्थे अध्युत्तरस्मिन् विश्वेदेवा यजमानश्च सीदत..
बुध का तांत्रिक मंत्र
ॐ बुं बुधाय नमः
बुध का बीज मंत्र
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः