Sawan 2025: सावन के महीने में न करें ये सारे काम, नाराज हो सकते हैं महादेव, इन बातों का जरूर रखें ध्यान
सावन के महीने में कुछ विशेष नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है। धार्मिक ग्रंथों में कुछ ऐसे कार्यों का उल्लेख है, जिन्हें सावन में करने से बचना चाहिए। कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने से स्वास्थ्य, परिवार, धन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
Publish Date: Sat, 28 Jun 2025 04:46:40 PM (IST)
Updated Date: Sat, 28 Jun 2025 04:46:40 PM (IST)
Sawan में न करें गलतियां।HighLights
- भगवान शिव की कृपा पाने का उत्तम समय है सावन
- इस माह में विधि पूर्वक शिवजी की करें आराधना
- कुछ ऐसे कार्य है, जिन्हें सावन में करने से बचना चाहिए
धर्म डेस्क। हिंदू धर्म के अनुसार सावन के महीने को बेहद ही पवित्र माना गया है। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए इस महीने को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई से आरंभ होकर 9 अगस्त तक रहेगा। सावन माह में भगवान शिव का जलाभिषेक,पूजा-पाठ और आराधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। तो आइए इस महीने से जड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार है।
सावन में इन बातों का रखना चाहिए पूरा ध्यान
पूरे महीने शिव भक्त भोलेनाथ की पूजा-अर्चना में लीन रहते हैं। लेकिन ध्यान रहे, केवल पूजा-पाठ करना ही काफी नहीं है। इस महीने कुछ विशेष नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है। धार्मिक ग्रंथों में कुछ ऐसे कार्यों का उल्लेख है, जिन्हें सावन में करने से बचना चाहिए। कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने से स्वास्थ्य, परिवार, धन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं वे प्रमुख बातें जिन्हें सावन में नहीं करना चाहिए...
- सावन के महीने में मांस-मदिरा यानी सभी तरह के तामसिक भोजन से दूर रहना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इससे भगवान शिव नाराज होते हैं और नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- सावन में बाल और दाढ़ी कटवाने से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से दुर्भाग्य आ सकता है। यह एक प्रकार से तपस्या और त्याग का प्रतीक है, जिसमें व्यक्ति अपनी बाहरी सुंदरता पर ध्यान न देकर अपनी आत्मा को शुद्ध करता है।
- सावन के महीने में व्यक्ति को अपने मन पर नियंत्रण रखना चाहिए। अहंकार, क्रोध और दूसरों का अपमान करने से बचना चाहिए, क्योंकि भगवान शिव शांत और सरल स्वभाव के देवता हैं।
- इस पवित्र माह में किसी भी व्यक्ति के लिए अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। वाणी पर संयम रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि कटु वचन बोलने से न केवल संबंधों में कड़वाहट आती है, बल्कि धार्मिक रूप से भी इसे गलत माना जाता है।
भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाता है, क्योंकि तुलसी को भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है। इसलिए सावन में शिव पूजा के दौरान शिवलिंग पर तुलसी अर्पित करने से बचें।
सावन में दूध का सेवन तो किया जाता है, लेकिन इसे व्यर्थ बहाना या इसका अनादर करना अशुभ माना जाता है। वहीं, शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का विशेष महत्व है, इसलिए दूध का उपयोग सोच-समझकर करें।
सावन के महीने में दिन में सोने से बचना चाहिए। इस दौरान भगवान शिव की भक्ति और ध्यान में समय बिताना चाहिए।