मल्टीमीडिया डेस्क। वैदिक ज्योतिष के अनुसार पन्ना, बुध गृह का प्रतिनिधित्व करता है। असली पन्ने में काले रंग के हलके रेशे होते है। पन्ना धारण करने से मन एकाग्र होता है, दिमाग की कार्य क्षमता तीव्र हो जाती है और जातक पढ़ाई, लिखाई, व्यापार जैसे कार्यों में सफलता प्राप्त करता है। शैक्षिक जीवन में बुध ग्रह की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, लिहाजा छात्रों के लिए यह रत्न काफी फायदेमंद हो सकता है।
इसके अलावा व्यापारियों के लिए भी पन्ना काफी फायदेमंद रहता है। गणितीय काम करने वाले लोगों, एकाउंटिंग आदि में भी पन्ना पहनने से लाभ होता है क्योंकि एक अच्छे गणितज्ञ की योग्यता बुध के बल पर निर्भर करती है। अभिनय और मॉडलिंग क्षेत्र से जुड़े जातकों को भी पन्ना धारण करना चाहिए क्योंकि बुध ग्रह इन क्षेत्रो से जुड़े जातकों के जीवन में बड़ी भूमिका निभाता है।
ऐसे करें धारण -
शुक्ल पक्ष के बुधवार को सूर्य उदय होने के बाद अंगुठी को दूध, गंगा जल, शहद और शक्कर के घोल में डालकर शुद्ध करें। इसके बाद इसे धूप दिखाएं। इसके बाद बुध देव से प्रार्थना करें कि हे बुध देव मैं आपका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आपका प्रतिनिधि रत्न पन्ना धारण कर रहा हूं। कृपया करके मुझे अपना आशीर्वाद प्रदान करें। ॐ बू बुधाय नम: का जाप करने के बाद अंगूठी को विष्णु जी के चरणों से स्पर्श कराकर कनिष्का में धारण करें। पन्ना धारण करने के 30 दिनों में प्रभाव देना आरम्भ कर देता है और करीब 3 वर्ष तक पूर्ण प्रभाव देकर निष्क्रिय हो जाता है।
इन परिस्थितियों में करें धारण -
मिथुन लग्न वाले जातक को पन्ना धारण करने से पारिवारिक परेशानियों से राहत मिल सकती है। वहीं कन्या लग्न वाले व्यक्ति भी पन्ना पहनकर राज्य, व्यापार, पिता, नौकरी, शासकीय कार्यों में लाभ मिल सकता है।
अगर किसी के जन्म लग्न में बुध छठे, आठवें, 12वें भाव में हो तो उसे पन्ना पहनना चाहिए। इसके अलावा बुध अगर नीच मीन राशि का हो तो वे जातक भी पन्ना पहन सकते हैं।
अगर बुध धनेश होकर नवम भाव में हो, तृतीयेश होकर दशम भाव में हो, चतुर्थेश सुखेश होकर आय एकादश स्थान में हो तो पन्ना पहनना अत्यंत लाभकारी होता है।
बुध अगर सप्तमेश होकर दूसरे भाव में हो नवमेश चतुर्थ भाव में हो, एकादशेश होकर छठे भाव में हो, तो पन्ना अवश्य पहनना चाहिए।
अगर बुध शुभ स्थान का स्वामी होकर अष्टम भाव में हो तो पन्ना पहनना शुभ रहता है।
अगर बुध की महादशा या अंतरदशा चल रही हो, तो पन्ना अवश्य पहनें।
अगर जन्म कुंडली में शुभ भाव 2, 3, 4, 5, 7, 9, 10 और 11वें भाव का स्वामी होकर छठे भाव में हो तो पन्ना पहनना श्रेष्ठ रहेगा।
अगर बुध, मंगल, शनि और राहु या केतु के साथ स्थिति हो तो पन्ना अवश्य पहनें।
अगर बुध पर शत्रु ग्रहों की दृष्टि हो तो पन्ना जरूर पहनना चाहिए।
बुध अगर लग्नेश होकर चतुर्थ, पंचम या नवम भाव में शुभ ग्रहों के साथ हो, तो पन्ना अच्छा रहेगा।
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