धर्म डेस्क, इंदौर। कृष्ण जन्माष्टमी के बाद अब शहर में दस दिनी गणेशोत्सव की तैयारिया शुरू हो गई है। भगवान गणेश की स्थापना 7 सितंबर शनिवार के दिन मंगलकारी चित्रा-स्वाति नक्षत्र के साथ ब्रह्म योग में होगी। रिद्धि-सिद्धि के दाता का आगमन सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग मे हो रहा है है। इसमें पंडालों में विधि-विधान से 3 से लेकर 21 फीट उंची मूर्तियां विराजित की जाएगी।
ज्योतिर्विद् शिवप्रसाद तिवारी ने बताया कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 6 सितंबर को दोपहर 3.01 बजे से 7 सितंबर को शाम 5.37 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार भगवान गणेश के स्थापना के लिए श्रेष्ठ समय 7 सितंबर को सुबह 11.03 से दोपहर 1.34 बजे तक 2 घंटे 31 मिनिट रहेगा। गणेश विसर्जन 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर होगा। पंडित विनायक शर्मा ने बताया कि मंगलकारी योग में भगवान गणेश की स्थापना और आराधना भक्तों के लिए दुख हरकर सुख देने वाली है।
मूर्तिकार बप्पा के कई स्वरूपों की मूर्तियां बना रहे हैं। बंगाल चौराहा पर इनके निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बारिश के कारण गीली रह गई मूर्तियों को हीटर और हैलोजन लगाकर सुखाया जा रहा है। यहां करीब 7 पंडालों में मूर्तियों बनाई जा रही है। सूखी मूर्तियों का रंग रोपण भी किया जा रहा है। इस बार भी छोटे-बड़े 1500 के करीब गणेशोत्सव के सार्वजनिक आयोजन होंगे। राजबाड़ा के भोई मोहल्ला में 25 फीट उंची गणेश मूर्ति विराजित की जाएगी। तिलक नगर में भगवान का बाल स्वरूप और सराफा में 11 फीट उंची नृसिंह अवतार की मूर्ति की स्थापना होगी।