Symptoms of Kaal Sarp Yog। भारतीय ज्योतिष में कालसर्प योग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है और जब जातक के कुंडली में कालसर्प योग होता है, तो जीवन में कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है। भारतीय ज्योतिष के मुताबिक कालसर्प योग एक ऐसा योग है, जो किसी व्यक्ति के पूर्व जन्म के कर्मों का फल जातक की कुंडली में दंड में रूप में परिलक्षित होता है, इसलिए ज्योतिष आदि में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को कालसर्प योग के लक्षण और उपाय के बारे में भी जानकारी जरूर होना चाहिए।
यदि किसी व्यक्ति की लग्न कुंडली में कालसर्प योग है तो ऐसे व्यक्ति शारीरिक और आर्थिक रूप से परेशान हो जाते हैं। संतान से संबंधित समस्या भी होती है या वह निःसंतान रहती है। यदि बच्चे होते हैं तो वह बहुत कमजोर होते हैं या बीमार होते हैं। आर्थिक रूप से भी आजीविका चलाना बहुत मुश्किल है। व्यक्ति का खुद का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है और अविवाहितों की शादी में भी देरी होती है।
यदि कालसर्प योग का प्रभाव किसी जातक के लिए अशुभ होता है तो कालसर्प दोष के निवारण के लिए कई उपाय भी किए जा सकते हैं और सभी ग्रह विघ्नों और दोषों को शांत किया जा सकता है। कालसर्प दोष को दूर करने के लिए जरूर आजमाएं ये उपाय -
- पति-पत्नी के बीच क्लेश हो तो घर में भगवान कृष्ण या बाल गोपाल की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करके रोज पूजा करनी चाहिए। साथ में रोज ओम नमो भगवते वासुदेवाय, या ओम नमो वासुदेवाय कृष्णाय नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से कालसर्प दोष की शांति होगी।
- यदि कालसर्प योग के कारण रोजगार मिलने में समस्या आ रही है तो पलाश के फूल को गोमूत्र में डुबोकर इसे छाया में सुखा लें और चूर्ण बनाकर उसमें चंदन का चूर्ण मिलाकर शिवलिंग पर त्रिपुंड का आकार दें। ऐसा करने से 21 दिन में रोजगार मिलने के योग बनने लगते हैं।
- कालसर्प दोष होने पर भगवान शिव के परिवार की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से सभी रुके हुए काम पूरे हो जाते हैं। शत्रु का भय हो तो चांदी या तांबे के सर्प बनाकर आंखों में सुरमा लगाकर किसी भी शिवलिंग पर चढ़ाएं, इससे छिपे शत्रुओं का भी नाश होता है।
- शिवलिंग पर रोज मीठे दूध में भांग चढ़ाने से भी कालसर्प दोष दूर होता है। नारियल के खोल में सात प्रकार के अनाज, उड़द की दाल, गुड़ और सरसों को भर लें और बहते पानी में बहा दें। ऐसा करने से भी कालसर्प दोष दूर होता है।
- कालसर्प दोष दूर करने के लिए सावन महीने में रोज रुद्राभिषेक करना चाहिए और महामृत्युंजय मंत्र का रोज जाप करना चाहिए। इससे सुख-शांति बनी रहती है और उसके रुके काम जल्द पूरे हो जाते हैं।
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