Mangal Grah Upay। भारतीय ज्योतिष में मंगल ग्रह को एक प्रभावकारी ग्रह माना गया है और हिंदू ज्योतिष में माना गया है कि मंगल ग्रह रक्त का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे लोग, जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर होता है, उन्हें कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। मंगल ग्रह कमजोर होने पर लोग काफी सुस्त हो जाते हैं। इन लोगों में ऊर्जा की काफी कमी होती है। मंगल ग्रह की स्थिति ज्यादा खराब होने पर सड़क हादसे का भी डर बना रहता है।
मंगल ग्रह कमजोर हो तो हनुमानजी, शिवजी तथा श्री गणेशजी की आराधना करना चाहिए। इसके अलावा मंगल के वैदिक मंत्र का रोज जाप करना चाहिए। ये मंत्र है -
ऊँ अग्निर्मूर्द्धादवः ककुत्पति पृथिव्याअयमपाग्वं रेताग्वंसि जिन्वति॥
इस मंत्र का जाप करने के साथ मंगलवार को हनुमान जी को सिंदूर, चोला, जनेऊ, लाल फूल, लड्डू चढ़ाना चाहिए।
ओम क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः
ओम अं अंगारकाय नमः
ओम अंगारकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि तन्नो भौमः प्रचोदयात्।
यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर है तो मूंगा, सोना, कनक (विष), गुड़, तांबा, रक्त चंदन, रक्त वस्त्र, लाल बैल, मसूर, लाल फूल का दान करना चाहिए। ऐसा करने से मंगल दोष दूर होता है।
मंगल दोष दूर करने के लिए बिल्व छाल, रक्त चंदन, लाल फूल, माल कंगनी, मौलश्री आदि से स्नान करना चाहिए। ज्योतिष के मुताबिक इन चीजों को पानी में मिलाकर स्नान करने से मंगल ग्रह के दुष्प्रभाव कम हो जाते हैं।
मंगल दोष कम करने के लिए लाल मूंगा धारण करना चाहिए। ज्योतिष के मुताबिक 6 रत्ती या सिंदूरी मूंगे को स्वर्ण या ताम्र में मढ़वा कर मंगलवार को कच्चे दूध में तथा गंगा जल में एक रात रखने के बाद धारण करना चाहिए। लाल मूंगा पहनते समय 11 बार मंगल मंत्र का जाप करना चाहिए और अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।
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