
धर्म डेस्क। साल 2026 ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि न्याय के देवता शनिदेव कई राशियों के लिए चुनौतियां खड़ी कर सकते हैं। शनिदेव को उनके न्यायप्रिय स्वभाव के लिए जाना जाता है, इसलिए वे व्यक्ति के कर्मों के आधार पर उनकी परीक्षा लेते हैं। अगले साल 5 राशियों को विशेष रूप से मानसिक और आर्थिक मोर्चों पर सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

मेष राशि: साल 2026 में मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा। आपको निवेश या बड़े आर्थिक फैसले लेते समय घर के बड़ों की सलाह जरूर लेनी चाहिए। जल्दबाजी में कोई काम न करें और असहाय लोगों की मदद करें ताकि शनि की प्रतिकूल दृष्टि से बचा जा सके।
कुंभ राशि: कुंभ राशि वालों पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चलेगा। यह समय कड़ी मेहनत और धैर्य का है। अनावश्यक विवादों से बचें और भगवान शिव की आराधना करें। काली वस्तुओं का दान करना आपके लिए शुभ रहेगा।

मीन राशि: इस राशि पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण प्रभावी रहेगा। नया काम शुरू करने से पहले विशेषज्ञों की राय लें। इस समय निवेश कम रखना ही समझदारी है। भगवान विष्णु की पूजा से मानसिक शांति मिलेगी।
सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या रहेगी। आपको अपने क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखना होगा। विवादों से दूरी बनाए रखें और नियमित रूप से सूर्य देव को जल अर्पित करें। भगवान गणेश की पूजा आपके बिगड़े काम बना सकती है।

धनु राशि: धनु राशि पर भी ढैय्या का प्रभाव रहेगा। कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले सोच-विचार अवश्य करें। भगवान शिव का जलाभिषेक करना और घर में बांसुरी रखना सकारात्मकता लाएगा।
ज्योतिषीय सुझाव: शनिदेव की कृपा पाने के लिए अपने कर्मों को शुद्ध रखें, मेहनत से न घबराएं और शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाएं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।