धर्म डेस्क। वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्रवार 3 अक्टूबर 2025 को पापाकुंशा एकादशी मनाई जाएगी। यह व्रत हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है।
मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी नारायण जी की श्रद्धा और भक्ति भाव से पूजा करने पर साधक को मनचाहा वरदान मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
ज्योतिष शास्त्र में भी इस एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है। कहते हैं कि अगर इस दिन नियमपूर्वक उपाय किए जाएं, तो आर्थिक तंगी, करियर में रुकावट और जीवन की परेशानियां दूर हो सकती हैं। आइए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले खास उपाय।
पापाकुंशा एकादशी के दिन स्नान-ध्यान के बाद लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें। पूजा के समय गाय के कच्चे दूध से भगवान विष्णु का अभिषेक करें और इस मंत्र का जप करें -
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
जो लोग अपनी आय और भाग्य में वृद्धि चाहते हैं, वे इस दिन लक्ष्मी-नारायण जी की भक्ति भाव से पूजा करें। पूजा के समय उन्हें श्रीफल और तुलसी की मंजरी अर्पित करें और यह मंत्र जपें -
'ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धनं पूरय पूरय चिंतायै दूरय दूरय स्वाहा'
अगर आप घर के वास्तु दोष से परेशान हैं, तो पापाकुंशा एकादशी पर स्नान-ध्यान कर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें। पूजा के बाद तुलसी माता की आरती करें और यह मंत्र जपें -
'महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी,
आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते'
जो लोग करियर और बिज़नेस में सफलता चाहते हैं, वे पूजा के समय तुलसी की मंजरी भगवान विष्णु को अर्पित करें। पूजा के बाद तुलसी की मंजरी को पीले वस्त्र में बांधकर अपनी तिजोरी या अलमारी में रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से धन और सौभाग्य में लगातार वृद्धि होती है।