
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली के 12 भावों में ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के जीवन पर शुभ-अशुभ प्रभाव डालती है। यदि आपकी कुंडली में कोई शुभ ग्रह मजबूत स्थिति में है, तो आपको शुभ फल प्रदान करेगा। वहीं, कमजोर होने पर अशुभ फल देता है। कुंडली में किसी एक ग्रह की भी दशा खराब हो जाएं तो व्यक्ति को कई तरह की शारीरिक, मानसिक और आर्थिक समस्याओं को झेलना पड़ता है। इसी क्रम में यदि जातक की कुंडली में मंगल की दशा खराब है तो इसे मंगल दोष या फिर मांगलिक दोष के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं कि कुंडली में मंगल दोष से होने वाली समस्याएं और उसके उपाय।
1. कुंडली में मंगल ग्रह के कमजोर होने पर जातक को बात-बात पर क्रोध आता है। हर किसी से विवाद होने लगता है। लोगों से संबंध खराब हो जाते हैं।
ऐसे व्यक्ति की किसी भी अन्य व्यक्ति से जल्दी बनती नहीं है।
2.जातक की कुंडली में जब मंगल बारहवे भाव में होता है तो व्यक्ति के विवाह में कई तरह की मुश्किल आती हैं।
3.जातक की कुंडली में मंगल दोष होने के कारण संतान प्राप्ति में दिक्कत आने लगती हैं।
4.जातक की कुंडली में मंगल दोष होने से बड़े भाई से किसी न किसी कारण लड़ाई होती रहती है।
5.जातक की कुंडली में मंगल दोष होने पर उसे आंखों संबंधी समस्याओं के अलावा उच्च रक्तचाप, फोड़े-फुंसी, लीवर, किडनी संबंधी कई कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
6.कुंडली में मंगल दोष के कारण जातक को अपने जीवन में कई बार कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ते हैं।
7.मंगल दोष होने के कारण जातक को रक्त संबंधी किसी न किसी बीमारी का सामना करना पड़ता है।
8.यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल अष्टम भाव में होता है तो वैवाहिक जीवन में खटास बनी रहती है।
कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत करने के लिए प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी का पूजन करना चाहिए। इसके साथ ही हनुमान चालीसा, संकटमोचन, सुंदरकांड और बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। नियम पूर्वक कुछ महीनों तक ऐसा करने से मंगल दोष में राहत मिलती है। मंगल दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए लाल रंग के कपड़े में थोड़ा सा सौंफ बांध लें और इसे अपने बेडरूम में किसी जगह रख दें। इस उपाय को करने से भी मंगल दोष शांत होता है। गेहूं, लाल रंग के कपड़े, गुड़, तांबा, घी, शक्कर, मसूर की दाल का दान करने से भी मंगल दोष में राहत मिलती है। कुछ लोगों के जीवन में मंगल दोष होने के कारण शादी में अड़चन आती हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए भगवान हनुमान की विधिवत तरीके पूजा अर्चना करें। हनुमान जी को लाल रंग का सिंदूर चढ़ाएं। इससे जातक को काफी लाभ मिलेगा। मंगलदोष को शांत करने के लिए उज्जैन के मंगलनाथ धाम पर मंगल की विशेष पूजा करना चाहिए। बता दें कि मंगलनाथ मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है।
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