By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Fri, 27 Jan 2023 09:36:39 AM (IST)
Updated Date: Fri, 27 Jan 2023 09:36:39 AM (IST)
Shani Rashi Parivartan 2023। वैदिक ज्योतिष में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है। सभी 9 ग्रहों में शनिदेव की गति सबसे धीमी है। ज्योतिष के मुताबिक कुंडली में शनि की मजबूत स्थिति होने पर जातकों को सुख-सुविधाओं और विलासिता प्राप्त होती है। 30 जनवरी 2023 को शनिदेव कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं, जानें आपकी राशि पर इसका क्या असर होगा -
मेष राशि
शनि देव के अस्त होने से सामाजिक संबंधों और आर्थिक स्थिति पर भी पड़ सकता है। किसी से कोई पेंडिंग पेमेंट लेना है तो हो सकता है कि वह मिलने में देरी हो जाए। शनि के अस्त होने से आपको बेहतर करियर में मौके न मिलें। मौजूद कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ संबंध खराब होने की आशंका है।
वृषभ राशि
शनि कुंभ राशि में अस्त होकर प्रोफेशनल लाइफ पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं। करियर में जिस ग्रोथ का इंतजार कर रहे हैं तो हो सकता है कि देरी हो जाए। वृषभ राशि के जो लोग सरकारी नौकरी में हैं, उन्हें इस दौरान ज़्यादा सावधान रहने की आवश्यकता होगी क्योंकि बॉस या उच्चाधिकारियों के साथ बहस या अनबन होने की आशंका है। यात्रा के दौरान भी सावधानी बरतें।
मिथुन राशि
शनि देव की अस्त अवस्था के दौरान यात्रा में सावधानी बरतें। पिता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें क्योंकि शनि के अस्त होने से कारण उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए आगे की योजना बना रहे हैं, उन्हें थोड़ी देरी हो सकती है। कुछ योजनाएं बनाई हुई हैं तो इसमें देरी हो सकती है। शनि की अस्त अवस्था के दौरान अधिक सावधान रहें।
कर्क राशि
शनि की अस्त अवस्था के दौरान कर्क राशि के जातकों को आठवें भाव से संबंधित परिणाम प्राप्त होंगे जो काफी प्रतिकूल हो सकते हैं। ससुराल पक्ष के लोगों के साथ संबंधों में तनाव आएगा। अचानक से लाभ या हानि होने के भी योग बन रहे हैं। खर्चों को नियंत्रित करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के सातवें भाव के स्वामी सातवें भाव में अस्त हो रहे हैं। प्रेम संबंध में या बिजनेस पार्टनर के साथ मामूली विवाद हो सकता है। गलतफहमी पैदा हो सकती है। प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कोई भी नया फैसला सोच विचार कर लें।
कन्या राशि
शनि छठे भाव के स्वामी के रूप में आपके छठे भाव में अस्त होंगे, जो स्वास्थ्य पर असर डालेगा। कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। कोर्ट केस या कानूनी कार्यवाही में फंसे हुए हैं तो हार का सामना करना पड़ सकता है। नौकरीपेशा जातक प्रमोशन की उम्मीद लगाकर रखेंगे लेकिन सफलता नहीं मिलेगी।
तुला राशि
शनि पांचवें भाव के स्वामी के रूप में आपके पांचवें भाव में अस्त होंगे, जो कि प्रेम, शिक्षा और संतान का भाव होता है। बच्चों के साथ भी संबंधों में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। दोस्ती और सामाजिक संबंधों में भी परेशानियां आ सकती हैं। लोन चल रहा है तो किस्त समय पर जमा करें और किसी से पैसे उधार न लें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शनि देव चौथे भाव में अस्त होकर ढैय्या के माध्यम से मां के संबंध में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं। स्वास्थ्य में भी गिरावट आ सकती है। कोई प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बनाएं तो सतर्क रहें। ठगी के शिकार हो सकते हैं।
धनु राशि
शनि देव धनु राशि के तीसरे भाव में अस्त होंगे, जिसके परिणामस्वरूप इस राशि वालों को काम से संबंधित यात्राओं करने के दौरान परेशानी हो सकती है। जिस उद्देश्य से यात्रा पर जाएं, वह सफल न हो। मानसिक शांति के लिए कोई आध्यात्मिक यात्रा कर सकते हैं। भाई-बहनों के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शनि देव दूसरे भाव में अस्त होंगे, जो कि धन, परिवार और वाणी का भाव होता है। फैमिली बिजनेस में घाटा हो सकता है। पारिवारिक विवाद बढ़ सकता है। आर्थिक क्षति भी हो सकती है। सट्टा बाजार शेयर मार्केट, में निवेश करने बचें क्योंकि शनि देव की दृष्टि आठवें भाव पर पड़ रही है।
कुंभ राशि
शनि देव कुंभ राशि के लग्न भाव में अस्त होंगे। साढ़ेसाती का दूसरा चरण भी चल रहा है। ऐसे में भाई-बहनों के साथ संबंध प्रभावित होंगे। विवाह में परेशानी हो सकती है। पेशेवर रूप से देखा जाए तो कार्यस्थल पर नौकरीपेशा जातकों को काम का अधिक दबाव महसूस हो सकता है। स्वास्थ्य में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शनि देव की साढ़ेसाती का फिलहाल पहला चरण चल रहा है। वहीं शनि देव मीन राशि वालों के बारहवें भाव में अस्त होंगे। ऐसे में आर्थिक नुकसान हो सकता है। कर्ज में बढ़ोतरी हो सकती है। वेतन वृद्धि न होने से मन दुखी रहेगा। कई कठिनाइयों से गुज़रेंगे और आपका भरोसा अध्यात्म के प्रति बढ़ता जाएगा।
डिसक्लेमर
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