धर्म डेस्क। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में शुक्र (Shukra) ग्रह को प्रेम, विलासिता, धन-संपत्ति और भौतिक सुख-सुविधाओं का कारक माना जाता है। जब भी शुक्र अपनी राशि बदलते हैं, तो इसका असर सभी 12 राशियों पर पड़ता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, 29 जून 2025 को शुक्र ग्रह मेष राशि को निकलकर अपनी स्वभाविक राशि वृषभ में प्रवेश करेंगे। यह गोचर कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ के लिए चुनौतीपूर्ण साबिक हो सकता है। विशेषकर इन 3 राशि वाले जातकों को इस गोचर के दौरान विशेष सतर्कता बरतनी होगी। ऐसे में आइए जानते हैं कौन सी हैं ये 3 राशियां जिन्हें शुक्र गोचर के दौरान सावधान रहना चाहिए।
शुक्र ग्रह मिथुन राशि के जातकों के लिए द्वादश भाव और पंचम भाव के स्वामी हैं। यह गोचर वृष राशि में आपके द्वादश भाव में हो रहा है। साथ ही शुक्र की दृष्टि आपके षष्ठ भाव पर पड़ रही है। यह शुक्र गोचर आपके भीतर एकांत, विश्राम और विलासिता की इच्छा को बढ़ा सकता है। आप आत्मचिंतन, आध्यात्मिक साधना, विश्राम और मानसिक शांति पर ध्यान देंगे। विदेश यात्राओं या आरामदायक जीवनशैली पर खर्चों में वृद्धि हो सकती है।
धनु राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। यह गोचर वृष राशि में आपके छठे भाव से हो रहा है और बारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहा है। वृष राशि में हो रहा यह शुक्र गोचर आपके स्वास्थ्य दिनचर्या में सुधार लाने का अवसर देगा। कार्य से जुड़ा तनाव कम करने की आवश्यकता है। विदेशी संपर्कों से लाभ संभव है। खर्चों को लेकर सावधानी बरतना जरूरी है।
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी हैं। यह गोचर आपके द्वितीय भाव से हो रहा है और अष्टम भाव पर दृष्टि डाल रहा है। 29 जून 2025 को वृष राशि में हो रहा शुक्र का यह गोचर आपके आर्थिक पक्ष और पारिवारिक सौहार्द पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। वाणी संबंधित क्षेत्रों से लाभ की संभावनाएं बन सकती हैं। आप अपने संवाद कौशल से दूसरों को प्रभावित कर सकते हैं। प्रेम संबंधों में गहराई आ सकती है, लेकिन साथ ही अधिक समर्पण और समझदारी की आवश्यकता भी होगी।
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