Tulsi Ke Niyam: तुलसी लगाने की सही दिशा और दिन, जो बदल देंगे आपका जीवन, दूर होगी आर्थिक तंगी
Tulsi Plant Direction: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तुलसी का पौधा लगाने से सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है और नेगेटिव एनर्जी का नाश होता है। ...और पढ़ें
Publish Date: Sun, 21 Dec 2025 05:29:05 PM (IST)Updated Date: Sun, 21 Dec 2025 05:30:47 PM (IST)
Tulsi Ke Niyam किस दिन लगाएं तुलसी? (Image Source AI-Generated)HighLights
- हिंदू धर्म में तुलसी माता को बहुत ही पूजनीय माना गया है
- घर में तुलसी का पौधा लगाने से सुख-समृद्धि का वास होता है
- मां लक्ष्मी का वास वहीं होता है जहां स्वच्छता होती है
धर्म डेस्क। हिंदू धर्म में तुलसी माता को बहुत ही पूजनीय माना गया है और उन्हें मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तुलसी का पौधा लगाने से सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है और नेगेटिव एनर्जी का नाश होता है। यदि आप अपने घर में मां लक्ष्मी की कृपा बनाए रखना चाहते हैं, तो तुलसी से जुड़े इन महत्वपूर्ण नियमों का पालन जरूर करें।
शुभ दिशा और सही दिन
तुलसी का पौधा लगाने के लिए उत्तर या पूर्व दिशा सबसे मंगलकारी मानी जाती है। इन दिशाओं में पौधा लगाने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है। जहां तक दिन की बात है, तो गुरुवार और शुक्रवार तुलसी लगाने के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं। गुरुवार भगवान विष्णु का दिन है और शुक्रवार मां लक्ष्मी का। इन दिनों में तुलसी लगाने से आर्थिक तंगी दूर होती है और अन्न-धन के भंडार भरे रहते हैं।
तुलसी की सेवा और रखरखाव के नियम
- तुलसी के आसपास गंदगी बिल्कुल न होने दें। मां लक्ष्मी का वास वहीं होता है जहां स्वच्छता होती है।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार और एकादशी के दिन तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। माना जाता है कि इन दिनों मां तुलसी भगवान विष्णु के लिए व्रत रखती हैं।
- रोजाना सुबह और शाम तुलसी के पास शुद्ध देशी घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ फलदायी होता है। इससे घर के क्लेश मिटते हैं और शांति बनी रहती है।
- एक महत्वपूर्ण नियम यह है कि तुलसी के पौधे को कभी भी लटका कर नहीं रखना चाहिए। इसे हमेशा जमीन से ऊपर या गमले में सम्मानजनक स्थान पर रखें।
अस्वीकरण- इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।