महाकाली मां दुर्गा का ही स्वरूप हैं। महाकाली की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। देवी का यह रुप सबसे शक्तिशाली माना जाता है। सामान्य तौर पर महाकाली की आराधना सन्यासी या तांत्रिक करते हैं। लेकिन मां काली के कुछ मंत्र ऐसे भी हैं जिनका जाप कर कोई भी साधक अपने जीवन के संकटों को दूर कर सकता है। आज हम आपको एक ऐसे चमत्कारी मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके जप से आपके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे। इस मंत्र के जरिये दक्षिण काली का आह्वान किया जाता है। शत्रुओं के विनाश के लिए साधक इस मंत्र के जरिये मां काली की साधना करते हैं व सिद्धि प्राप्त करते हैं। जानकार बताते हैं कि भूलवश भी यदि गलत मंत्रोच्चारण किया तो उसका प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ सकता है व मां काली के कोप का भाजन बनना पड़ सकता है। कमजोर दिल के लोगों को मां काली की साधना से दूर रहना चाहिए। बता दें कि इन मंत्रों का जप किसी के अनहित के लिए नहीं करना चाहिए अन्यथा इसके दुष्परिणाम भोगने पड़ते हैं।
इस मंत्र का करें जप
ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥
1.एकाक्षरी काली मंत्र - ॐ क्रीं
2.तीन अक्षरी काली मंत्र - ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं
3.पांच अक्षरी काली मंत्र - ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट्
4.सप्ताक्षरी काली मंत्र - ॐ हूँ ह्रीं हूँ फट् स्वाहा
5.श्री दक्षिणकाली मंत्र - ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं दक्षिणकालिके क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं
6.श्री दक्षिणकाली मंत्र - क्रीं ह्रुं ह्रीं दक्षिणेकालिके क्रीं ह्रुं ह्रीं स्वाहा
7.श्री दक्षिणकाली मंत्र - ॐ ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं दक्षिणकालिके ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं स्वाहा
8.श्री दक्षिणकाली मंत्र - ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं दक्षिणकालिके स्वाहा
9.भद्रकाली मंत्र - ॐ ह्रौं काली महाकाली किलिकिले फट् स्वाहा
10.श्री शमशान काली मंत्र - ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कालिके क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं
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