धर्म डेस्क, इंदौर। वास्तु शास्त्र में ऊर्जा प्रवाह के सिद्धांत को प्रधानता दी गई है। यदि घर में सही दिशा में दरवाजा रखा जाता है तो सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। वहीं गलत दिशा में दरवाजा होने पर व्यक्ति की समस्याएं बढ़ने लगती है। वास्तु एक्सपर्ट चैतन्य मलतारे के मुताबिक, घर में दरवाजा लगाते समय इन बातों की सावधानी रखना चाहिए।
वास्तु के मुताबिक, यदि घर की पूर्व दिशा में दरवाजा होता है तो इसे अच्छा माना जाता है। पूर्व दिशा में दरवाजा उसी परिस्थिति में अशुभ परिणाम देता है, जब जातक की कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति ठीक नहीं होती है। इसके अलावा पश्चिम दिशा में दरवाजा होने पर धन आगमन की संभावना बढ़ जाती है। वहीं कुंडली में यदि बुध ग्रह की स्थिति खराब है तो पश्चिम दिशा में दरवाजा होना समस्या पैदा कर सकता है।
वास्तु एक्सपर्ट चैतन्य मलतारे के मुताबिक, घर की उत्तर दिशा में दरवाजा होने पर उन्नति के रास्ते खुलते हैं। लेकिन यदि घर की उत्तर दिशा में दरवाजे के सामने कोई बड़ी दीवार है तो यह अशुभ हो सकता है। वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा में दरवाजा होना ठीक नहीं माना जाता, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में यह माना गया है कि यदि किसी जातक की कुंडली में शनि और मंगल की स्थिति प्रबल है तो दक्षिण दिशा में भी घर का दरवाजा होने पर शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
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