Ahoi Ashtami 2023 Date: संतान की रक्षा के लिए महिलाएं करेंगी अहोई अष्टमी व्रत, जानें सही तिथि और पूजन विधि
Ahoi Ashtami 2023 Date: अहोई अष्टमी को अहोई आठे भी कहा जाता है। कार्तिक मास की अष्टमी तिथि पर माताएं अपनी संतान की रक्षा की प्रार्थना करते हुए व्रत रखकर अहोई माता की पूजा करतीं हैं।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Sat, 04 Nov 2023 09:16:49 AM (IST)
Updated Date: Sat, 04 Nov 2023 09:16:49 AM (IST)
HighLights
- अहोई अष्टमी पर रवि पुष्य नक्षत्र का बन रहा संयोग
- पांच नवंबर रविवार को पुष्य नक्षत्र के दिन अहोई अष्टमी
- माताएं अपनी संतान की रक्षा के लिए करती हैं अहोई अष्टमी का व्रत
Ahoi Ashtami 2023 Date: सोने-चांदी एवं अन्य महंगे धातुओं की खरीदारी का महामुहूर्त धनतेरस से पहले अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami 2023) पर रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। शनिवार को पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होकर रविवार तक रहेगा। पुष्य नक्षत्र में यदि सोने-चांदी के आभूषण, देव प्रतिमाओं को घर लाया जाए तो इससे परिवार में सुख, समृद्धि बढ़ती है। ज्योतिषाचार्य डा.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करना शुभदायी माना जाता है।
संतान की दीर्घायु के लिए पूजा
अहोई अष्टमी को अहोई आठे भी कहा जाता है। कार्तिक मास की अष्टमी तिथि पर माताएं अपनी संतान की रक्षा की प्रार्थना करते हुए व्रत रखकर अहोई माता की पूजा करतीं हैं। इस वर्ष 12 नवंबर रविवार को दीपावली होने से अहोई अष्टमी पर्व पांच नवंबर रविवार को पुष्य नक्षत्र के दिन मनाया जाएगा।
ऐसे करें अहोई अष्टमी पूजन
- माताएं प्रात: स्नान करके संतान की दीर्घायु की प्रार्थना करते हुए व्रत रखने का संकल्प लें और अहोई माता की पूजा करें।
- अहोई माता का चित्र गेरुवे रंग से दीवार पर बनाएं। चित्र में माता, सेह और उसके सात पुत्रों का प्रतिरूप बनाएं।
- कथा कहानी सुनकर तारा निकलने पर तारों को करवे से अर्घ्य दें।
- संतान से जल ग्रहण कर, व्रत का पारणा करें।
पूजन मुहूर्त
अहोई अष्टमी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 5.44 से रात्रि 7.10 बजे तक, तारा देखने का समय - 6.08 से