Ambubachi Festival 2025: तीन दिन बाद खुले मां कामाख्या मंदिर के कपाट, फिरोजाबाद में उमड़ा भक्तों का सैलाब
Ambubachi Festival: मां कामाख्या मंदिर के कपाट बुधवार को सुबह 4 बजे खोल दिए गए। तीन दिन तक मां के गर्भगृह के पट बंद रहते हैं। मां के दर्शन के लिए देश के कई हिस्सों से भक्तों का सैलाब उमड़ने लगा।
Publish Date: Wed, 25 Jun 2025 05:13:04 PM (IST)
Updated Date: Wed, 25 Jun 2025 05:16:04 PM (IST)
जसराना का प्रसिद्ध मां कामाख्या का मंदिर।धर्म डेस्क, नईदुनिया। यूपी के फिरोजाबाद जिले के जसराना क्षेत्र स्थित मां कामाख्या मंदिर के कपाट बुधवार, यानी 25 जून को सुबह 4 बजे खोल दिए। देवी मां के श्रृंगार के बाद आरती हुई। दर्शन के लिए रात से ही भक्तजनों की लंबी कतार लगी हुई थी। पट खुलते के बाद मंदिर परिसर मां के जयकारों से गूंज उठा था।
22 जून को बंद हुए मंदिर के पट
नौ सौभाग्यशाली महिलाओं के द्वारा 22 जून को मां कामाख्या मंदिर के पट बंद कर दिए गए थे। भजन-कीर्तन से दौर से शुरू होने लगा। सुबह इन्हीं नौ सौभाग्यशाली महिलाओं ने पट खोले। इसके बाद भक्तजनों के जय-जयकार होने लगे। धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी और लंबी लाइन लग गई। बता दें कि पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था कर रखी थी।
इन 9 महिलाओं को मिला पूजा करने का सौभाग्य
पट बंद होने से पहले ब्लॉक प्रमुख संध्या लोधी, अंबाला की पूनम चौहान, अलीगढ़ की सरिता गुप्ता, फर्रुखाबाद की विमला परिहार, छर्रा की दिव्या गुप्ता, जसराना की कुसुम यादव, हरदोई की विट्टो देवी, फिरोजाबाद की शिवकुमारी, शिकोहाबाद की साधना यादव ने मां की मंगला आरती की।
असम के कामाख्या धाम की तरह महोत्सव
प्राचीन और प्रसिद्ध मां कामाख्या मंदिर जसराना कस्बा में स्थित है। यहां पर भी असम के कामाख्या मंदिर की तरह हर साल अंबुबाची महोत्सव महोत्सव मनाया जाता है। मंदिर के कपाट बंद करने से पहले मां की सेवा में सिर्फ महिलाएं ही रहती हैं। मां कामाख्या के रजस्वला के बाद अंबुबाची महोत्सव का आयोजन होता है।