Hariyali Teej 2025: क्या कुंवारी लड़कियां भी कर सकती हैं हरियाली तीज का व्रत? जानिए सही तरीका और नियम
रियाली तीज का पर्व सावन के महीने में मनाया जाता है। यह पर्व खासतौर पर विवाहित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। चलिए, आपको बताते हैं कि क्या कुंवारी लड़कियां व्रत रख सकती हैं।
Publish Date: Sat, 26 Jul 2025 03:12:18 PM (IST)
Updated Date: Sat, 26 Jul 2025 03:56:26 PM (IST)
हरियाली तीज का पर्व कुंवारी महिलाएं भी रख सकती हैंHighLights
- हरियाली तीज का पर्व सावन के महीने में मनाया जाता है।
- यह पर्व विवाहित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
- चलिए, जानते हैं कि क्या कुंवारी महिलाएं भी इसको रख सकती हैं।
धर्म डेस्क, इंदौर: हरियाली तीज(Hariyali Teej) का पर्व सावन के महीने में मनाया जाता है। यह पर्व खासतौर पर विवाहित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र और वैवाहिक सुख की कामना करते हुए निर्जला व्रत(Hariyali Teej fast) रखती हैं। लेकिन अक्सर एक सवाल उठता है कि क्या कुंवारी लड़कियां भी हरियाली तीज का व्रत कर सकती हैं? इसका उत्तर है – हां, बिल्कुल कर सकती हैं।
कुंवारी लड़कियां क्यों रखें यह व्रत?( unmarried girls Teej)
धार्मिक मान्यता के अनुसार, यह व्रत माता पार्वती और भगवान शिव के मिलन का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि कुंवारी लड़कियां यदि यह व्रत करती हैं तो उन्हें योग्य जीवनसाथी का आशीर्वाद मिलता है। यह व्रत करने से अच्छे विवाह योग बनते हैं और भविष्य में सुखी दांपत्य जीवन की कामना पूरी होती है।
व्रत का सही तरीका और नियम
1. सुबह स्नान के बाद संकल्प लें – कुंवारी लड़कियां व्रत का संकल्प भगवान शिव-पार्वती के समक्ष लें।
2. निर्जला या फलाहार व्रत – परंपरागत रूप से यह निर्जला व्रत होता है, लेकिन स्वास्थ्य के अनुसार फलाहार लिया जा सकता है।
3. सजना-संवरना – तीज पर हरी चूड़ियां, हरी साड़ी और मेंहदी का विशेष महत्व है।
4. पूजा विधि – शिव-पार्वती की मूर्ति या चित्र की स्थापना करें, गंगाजल से अभिषेक करें और लाल-पीले फूल अर्पित करें।
5. कहानी और आरती – हरियाली तीज व्रत कथा सुनना और आरती करना आवश्यक माना गया है।
6. व्रत का समापन– शाम को पूजा के बाद व्रत का पारण करें।
विशेष ध्यान दें
- व्रत पूरी श्रद्धा और नियमों के साथ करें।
- बिना जरूरत के कठोरता न करें, स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
- सच्चे मन से प्रार्थना करें, क्योंकि भावना ही सबसे महत्वपूर्ण है।
हरियाली तीज केवल विवाहित महिलाओं के लिए ही नहीं है, बल्कि अविवाहित लड़कियां भी इसे कर सकती हैं। यह व्रत न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति भी प्रदान करता है।