Chaitra Navratri 2020: नवरात्र के दौरान देवी की आराधना कई तरीकों से की जाती है और भक्त मां की कृपा पाने के लिए कई कार्य करते हैं। भवानी को सोलह श्रंगार की सामग्री समर्पित की जाती है। मेवे-मिष्ठान्न का भोग लगाया जाता है। देवी के प्रिय लाल फूल अर्पित किए जाते हैं। मां की विधि-विधान से पूजा की जाती है, अखंड जोत प्रज्वलित की जाती है और जवारे बोए जाते हैं। जवारे के रूप में अन्न बोने की परंपरा सनातन संस्कृति का अभिन्न अंग है। इसी परंपरा को निभाते हुए नवरात्र पर मां की प्रतिमा के सामने मिट्टी के पात्र में जवारे बोए जाते हैं। एक यह भी मान्यता है कि सृष्टि के प्रारंभ में पहली फसल जौ थी। जौ को संपूर्ण फसल माना जाता है और इसके साथ अन्न को ब्रह्म माना जाता है इसलिए अन्न का सम्मान देने के लिए जौ बोने की परंपरा है।
जवारे से मिलता हैं भविष्य का संकेत
जौ के जवारे आगामी साल यानी आपके आने वाले भविष्य का संकेत देते हैं। जवारे के बेहतर होने और उसके रंग से उपासक के भविष्य का पता चलता है। यदि अंकुरित जौ का रंग नीचे से पीला और ऊपर से हरा है तो इसका मतलब यह है कि जवारे बोने वाले उपासक का आने वाले साल का प्रारंभिक समय ठीक नहीं रहेगा लेकिन बाद का समय उसका बेहतर हो जाएगा। यदि इसके उलट यानी अंकुरित जौ का रंग नीचे से हरा और ऊपर से पीला है तो इसका अर्थ यह है कि साल का प्रारंभ तो अच्छा रहेगा, लेकिन बाद में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
हरे जवारे देते हैं शुभता के संकेत
यदि जवारे का रंग प्राकृतिक आभा में हरा है तो यह साधक के लिए काफी शुभ संकेत है और ऐसी मान्यता है कि देवी ने आपकी भक्ति को स्वीकार कर लिया है। आपका आने वाला समय उत्तम रहेगा। इसके विपरीत यदि जवारे सूख जाए या पीले होकर झड़ने लगे तो यह साधक के लिए अशुभ संकेत है ओर आने वाला समय देवी भक्त के लिए शुभ नहीं है। इस तरह की अशुभता के निवारण के लिए नवरात्रि की अंतिम तिथि नवमी को नवग्रह के नाम से 108 बार हवन में आहुति देने का विधान है। इस उपाय से भविष्य के संकटों का नाश होता है।
जवारे की वृद्धि से समृद्धि के संकेत
एक मान्यता यह भी है कि यदि जवारों में तेजी से वृद्धि होने लगे तो घर-परिवार में खुशियां और सुख-समृद्धि भी उसी तरह तेजी से आएगी। जवारे की धीमी बढ़ोतरी उपासक के खराब आर्थिक हालात और तकलीफों का संकेत देते हैं। जौ के सीधे उगने को काफी शुभ संकेत माना जाता है जबकि काले रंग के टेढ़े–मेढ़े उगने को अशुभ संकेत माना जाता है। जौ का घना होना भी अच्छे भविष्य की निशानी है।