नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। ब्रह्मोत्सव और रथयात्रा महोत्सव के पांचवे दिन बुधवार को श्रीगोदा रंगनाथ विवाहोत्सव लक्ष्मी-वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में धूमधाम से मनाया। इस दौरान शहनाई वादक की मधुर धुन सखियों द्वारा गीतों का मधुर गान पधारे गोदाजी के द्वार रंगजी, कोई गोदा की नजर उतारो रे द्वारा श्रंगारित कर भगवती श्रीदेवी भूदेवी को अपने हाथों में विराजित कर स्वामी विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज के साथ अनेक संतों की उपस्थिति में विवाह मंडप में पधारी।
प्रभु रंगनाथ घोड़े पर सज-धज कर गदा, पदम्, कटार, धारण कर दूल्हा बन के गोविंदा-गोविंदा के जयघोष के साथ बारात में निकले। साथ ही बाजे-गाजे व ढोलक की थाप पर सभी युवा, युवतियां, डांडिया, मटकी, रास करने में मदमस्त थे। साथ ही अश्व पर विराजे प्रभु वेंकटेश को भी ढोलक की थाप पर बहुत नचाया गया। सारे बाराती पुरुषों से लेकर महिलाओं तक साफे में सजे धजे नजर आ रहे थे।
वेणुगोपाल संस्कृत पाठशाला के आचार्य व विद्यार्थियों द्वारा गोदा स्तोत्र, गुरु परंपरा, अल्वांदर स्तोत्र, वेंकटेश स्तोत्र, तिरुपावे का पाठ किया गया। साथ ही भजन गायक द्वारकादास मंत्री के भजनों की मधुर धुन पर वेंकट रमण गोविंदा गोविंदा, पधारो म्हारे देश के साथ मेहंदी लगी। बहारो फूल बरसाओ मेरे रंगनाथ आये हे की धुन पर झूम रहे थे। वही, प्रभु रंगनाथ ने तोरण लगाकर विवाह मंडप में बारातियों के साथ प्रवेश किया। वधु पक्ष द्वारा भगवती श्रीगोदांबजी को गोपियों द्वारा सजाधजा कर विवाह मंडप में विराजमान किया। स्वामी की समूह के साथ पूजारी बिहारी काका जय दुबे, मनोहर शास्त्री द्वारा भगवन को रक्षा सूत्र बांधे। साथ ही दक्षिण भारतीय पद्धति से शुरू हुई। विवाह की सभी रस्में मामेरा, बरना, वस्त्रों का आदान-प्रदान वरमाला, मंगल सूत्र मांग भराई, जूते चुराने रस्म संपन्न हुई। साथ ही सात फेरों के साथ विवाह की सभी रस्में पूरी कराई गई।
विवाह के बाद स्वामी द्वारा प्रभु गोदा रंगनाथ की आरती की गई। सभी भक्तों को बधाई व गोष्ठी वितरण किया। रात के सत्र में प्रभु वेंकटेश की अश्व वाहन पर सवारी निकली, जिसमें सीहोर से पधारे भजन गायक हर्षित शास्त्री ने भजनों की प्रस्तुति दी। साथ ही परकाल स्वामी की लीला का चित्रण हुआ, जिसमें इस कथा से जुड़े सभी राजा से लेकर डाकू तक पात्रों का बनाया गया था। स्वामी ने डाकू बनकर भगवान को लूट लिया और भागने लगे उन्हें पकड़कर पुनः भगवान को समर्पण कर दिया गया इस क्रम का रूपांतरण भी किया। विशेष श्रंगार में प्रभु वैंकटेश के लिए गुलाबी महल का निर्माण किया। इसमें विवाह के बाद प्रभु के साजन गोठ का दर्शन भक्तों को हुआ। पंकज तोतला ने बताया कल्याण मंत्री, राम जाखेटिया, जयकिशन डागा, गौरव लड्डा, श्याम गिल्डा आदि मौजूद थे।
सुबह 9 बजे से देवस्थान में प्रणय कलह लीला होगी, जिसमें भगवान की सवारी निकलेगी। लक्ष्मीजी भगवान के ऊपर माखन फेंकेगी, गेंद से खेलेंगे भगवान अनेक प्रकार के वस्त्र बदलेंगे।। प्रभु की प्रणय कलह लीला का सुंदर चित्रण किया जाएगा। शाम 7 बजे से पुष्प बंगला में सजेंगा। इस बार नए विशेष दर्शन होंगे। भगवान के साथ भक्त भी पुष्प बंगला में रहेंगे।
श्री गौर राधा मदन गोपाल मंदिर समिति के द्वारा 27 जून को शांति नगर कालोनी बैरसिया रोड से भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा गौड़ीय सम्प्रदाय के महंत श्री भक्ति विलास के सानिध्य में निकाली जाएगी। समिति के प्रमोद नेमा एवं दीपिका माहेश्वरी ने बताया कि कल गुरुवार 26 जून को भगवान जगन्नाथ एवं राधा कृष्ण को कन्नोज से मंगाए गए एक क्विंटल मोगरे के फूल का बंगला बनाकर विराजित कर संकीर्तन किया जाएगा। साथ ही भगवान लड्डू गोपाल नौका विहार करते हुए दर्शन देंगे। महंत त्रिदंडी महाराज द्वारा प्रवचन एवं जगन्नाथ रथ यात्रा के महत्व का वर्णन होगा।