Dhooni Wale Dada ji: बुधवार रात 12 बजे तक चढ़ेंगे खंडवा में श्रीदादाजी की समाधि पर निशान
जत्थे में शामिल भक्त जनार्दन पाटिल ने बताया कि श्रीदादाजी दरबार में निशान यात्रा के लिए छह दिन पहले निकले थे।करीब 230 किमी की यात्रा पूरी करके श्रीदादाजी दरबार आए हैं।उन्होंने बताया कि सांगवी में भी श्रीदादाजी दरबार है, जहां गुरुपूर्णिमा उत्सव मनाया जाता है।इसीलिए पर्व से पहले खंडवा के मुख्य दरबार में निशान अर्पित करने आते हैं।यह सिलसिला वर्ष 1988 से चल रहा है।
Publish Date: Tue, 08 Jul 2025 09:16:38 PM (IST)
Updated Date: Tue, 08 Jul 2025 09:21:36 PM (IST)
बैतूल झल्लार से दरबार पहुंचे श्रद्धालुओं ने निशानों को वर्षा से बचाने के लिए प्लास्टिक लपेट लिया।HighLights
- सांगवी महाराष्ट्र से पदयात्रा कर आए श्रद्धालु श्रीदादाजी दरबार की ओर गए।
- छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू श्रीदादाजी दरबार में पदयात्रा कर पहुंचे।
- अभी समाधि पर फूल-माला और नारियल भी अर्पित नहीं कर सकेंगे श्रद्धालु।
नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। श्रीधूनीवाले दादाजी दरबार में गुरुपूर्णिमा उत्सव का उल्लास नजर आने लगा है।पर्व पर समाधि पर निशान अर्पित करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु भज लो दादाजी का नाम भज लो हरिहरजी का नाम के जयकारे लगाते हुए आ रहे हैं।सोमवार को करीब करीब तीन हजार निशान समाधि पर अर्पित किए गए।गुरुपूर्णिमा से एक दिन पहले यानि बुधवार को रात 12 बजे तक ही समाधि पर निशान अर्पित किए जा सकेंगे।श्रीदादाजी भक्त नारियल और फूलमालाएं भी समाधि पर नहीं चढ़ा सकेंगे।
श्रीदादाजी दरबार में मंगलवार को श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई।सुबह से शाम तक करीब तीस हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।तीन दिन में श्रीदादाजी दरबार में 80 हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। मंगलवार को बैतूल जिले के ग्राम झल्लार से सौ से अधिक श्रद्धालु पदयात्रा करते हुए श्रीदादाजी दरबार में निशान लेकर पहुंचे।
इन श्रद्धालुओं में महिलाएं भी शामिल रहीं। श्रद्धालुओं का ये जत्था 28 जून को श्रीदादाजी दरबार के लिए निशान लेकर निकला था।बरसते पानी में ढोल-ढमाकों के साथ जब ये श्रद्धालु दादाजी का नाम जपते हुए आगे बढ़ रहे थे तो इनकी श्रृद्धा देखकर हर कोई नतमस्तक हो गया।
जत्थे में शामिल भक्त राजेश साहू ने बताया कि 28 साल से श्रीदादाजी दरबार में निशान यात्रा लेकर आ रहे हैं। झल्लार में श्रीदादाजी दरबार है।दरबार के मुख्य पुजारी सुरेश दीवान भी साथ में निशान लेकर आए हैं। इसी तरह महाराष्ट्र के सांगवी से करीब 900 पदयात्री श्रीदादाजी दरबार में निशान अर्पित करने पहुंचे।
श्रद्धालुओं के लिए बनाई जा रही बूंदी प्रसादी
- श्रीदादाजी दरबार के बड़े भंडार में बूंदी प्रसादी बनाने का कार्य शुरू हो चुका है।यहां सेवादारों की टोली लकड़ी की आग में चूल्हे पर बूंदी प्रसादी बनाने में जुटी है।
- बूंदी प्रसादी बनाने के लिए यहां राजस्थान से 25 लोगों की टीम लगी हुई है। ट्रस्ट द्वारा करीब 25 क्विंटल शकर से बूंदी प्रसादी यहां बड़े भंडार गृह में बनवाई जा रही है।
- बूंदी प्रसादी के अलावा उत्सव के दिन सब्जी, पुड़ी और हलुआ बनाने के लिए भी यही टीम भंडार गृह में सेवा देगी।
- इधर श्रीदादाजी दरबार में स्थित गोशाला के पास ट्रस्ट द्वारा पंडाल में श्रद्धालुओं को खिचड़ी, कढ़ी, रोटी-सब्जी भंडारे में परोसी जा रही है।मंगलवार को यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की।
चार सौ किमी पदयात्रा कर खंडवा आए छिंदवाड़ा सांसद
- छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू चार सौ किमी की पदयात्रा करते हुए श्रीदादाजी दरबार में दर्शन करने के लिए आए।
- इनके साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे।सांसद ने कहा कि श्रीदादाजी की कृपा मेरे और परिवार पर बनी हुई है।
- हमारे यहां परंपरा रही है छिंदवाड़ा, पांढुर्रना, बैतूल हो या खंडवा हो गुरुपूर्णिमा के अवसर पर पदयात्रा करते हुए दर्शन करने आते हैं।
- वैसे तो मैं कई बार श्रीदादाजी दरबार में दर्शन के लिए आया हूं लेकिन पदयात्रा कर श्रीदादाजी दरबार पहली बार दर्शन करने आने का सौभाग्य मिला। उनकी यात्रा छिंदवाड़ा से शुरू हुई थी।