नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। दीपावली से पहले खरीदी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र दो दिन रहेगा। इस बार 14 अक्टूबर को मंगलवार के दिन दोपहर बाद पुष्य नक्षत्र की शुरुआत होगी, जो 15 अक्टूबर बुधवार को दोपहर तक रहेगा। ऐसे में दोनों ही दिन हर प्रकार की वस्तु खरीदने के लिए शुभ है। इन दो दिनों में सोना, चांदी, भूमि, भवन, वाहन, बही खाते, इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद, वस्त्र, सौंदर्य प्रसाधन आदि की खरीदी की जा सकती है।
हिंदू धर्म परंपरा में दीपावली सुख, समृद्धि तथा ऐश्वर्य का त्योहार है। धन की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी व कुबेर का पूजन भक्त वैभव से करते हैं। हर घर में नए वस्त्र, आभूषण, सोने चांदी के सिक्के बर्तन आदि की खरीदी की जाती है। इसके साथ ही वाहन, इलेक्ट्रानिक उत्पाद आदि की खरीदी के लिए भी कई लोग दीपावली का इंतजार करते हैं।
मान्यता है दीप पर्व की खरीदी शुभ मुहूर्त में की जाती है, ताकि माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो और स्थाई समृद्धि बनी रहे। पंचांग की गणना में नक्षत्रों का राजा पुष्य खरीदी के लिए सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र है। यह नक्षत्र जिस दिन भी मौजूद रहे, उस दिन खुशियों की खरीदी की जा सकती है। इस बार पुष्य नक्षत्र 14 व 15 अक्टूबर को दो दिन रहेगा। ऐसे में दोनों दिन खरीदी के लिए शुभ है।
ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया दीपावली की खरीदी 10 अक्टूबर करवाचौथ से शुरू हो जाएगी। इस दिन सिद्ध योग रहेगा, जो चांदी, सुहाग सामग्री तथा वस्त्रों की खरीदी के लिए शुभ है। इस दिन दीपावली के लिए चांदी के बर्तन, सिक्के, कपड़े तथा श्रृंगार सामग्री की खरीदी की जा सकती है। वैसे भी करवाचौथ सुहागिनों का दिन है, इस दिन वस्त्र व सुहाग सामग्री की खरीदी का मुहूर्त मौजूद रहना शुभ माना जा रहा है।
18 अक्टूबर को धनत्रयोदशी के दिन से पांच दिवसीय दीपपर्व का शुभारंभ होगा। इस दिन सोना,चांदी, बर्तन, दो व चार पहिया वाहन, इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद खरीदना बेहद शुभ है। सुबह से रात तक खरीदी की जा सकती है।