Ganesh Chaturthi 2025: रवि, सर्वार्थसिद्धि और लक्ष्मी नारायण योग में करें श्री गणेशजी की स्थापना, मिलेगा बप्पा का खास वरदान
Ganesh Chaturthi 2025: काली मंदिर खजराना के पं. गुलशन अग्रवाल के अनुसार इन शुभ योगों पर गणेशजी का पूजन करने से धन, नौकरी और व्यापार में फायदा होगा। समस्त राशियों के लिए श्रीगणेश जन्मोत्सव उत्तम फलदायी रहेगा। विद्यार्थी, व्यापारी और नया कार्य शुरू करने वालों के लिए यह पर्व बहुत फलदायी रहेगा।
Publish Date: Tue, 26 Aug 2025 07:09:24 PM (IST)
Updated Date: Tue, 26 Aug 2025 07:09:24 PM (IST)
Ganesh Chaturthi 2025: इस योग में करें श्री गणेशजी की स्थापनाHighLights
- इस दिन रवि, स्वार्थ सिद्धि और लक्ष्मी नारायण जैसे शुभ योग बन रहे है।
- गणेशजी का पूजन करने से धन, नौकरी और व्यापार में लाभ होगा।
- ज्योतिषियों के अनुसार सभी राशि वालों के लिए यह पर्व फलदाई सिद्ध होगा।
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। दस दिवसीय श्रीगणेश जन्मोत्सव की शुरुआत बुधवार से होगी। गणेश चतुर्थी बुधवार को होने से यह तिथि और भी ज्यादा कल्याणकारी हो गई है। इस दिन शुभ योग जैसे रवि, सर्वार्थ सिद्धि और लक्ष्मी नारायण जैसे शुभ योगों का संयोग बन गया है। मान्यता है कि भगवान गणेश का जन्म दोपहर को हुआ था, इसलिए इसी समय उनकी स्थापना का समय सबसे उत्तम माना जाता है।
हजारों स्थानों पर होंगी गणेशजी की प्रतिमाएं स्थापित
शहर में मंगलवार को हजारों श्रृद्धालुओं ने राजवाड़ा, राजमोहल्ला, अन्नपूर्णा, राजेंद्रनगर, रणजीत हनुमान मंदिर के सामने, महूनाका, पाटनीपुरा, परदेशीपुरा, विजयनगर चौराहा सहित अन्य क्षेत्रों में श्रीगणेशजी की प्रतिमा की खरीदी की। शहर के एक हजार से ज्यादा स्थानों पर गणेशजी की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। बुधवार को सुबह से ही बड़ी संख्या में भक्त श्रीगणेशजी की प्रतिमा सहित पूजन सामग्री की खरीदी करेंगे। युवाओं की टोली ठोल-ठमाकों के साथ गणेशजी को सिर पर रखकर ले जाएंगे।
शुभ योगों पर करें गणेशजी का पूजन
काली मंदिर खजराना के पं. गुलशन अग्रवाल के अनुसार इन शुभ योगों पर गणेशजी का पूजन करने से धन, नौकरी और व्यापार में फायदा होगा। समस्त राशियों के लिए श्रीगणेश जन्मोत्सव उत्तम फलदायी रहेगा। विद्यार्थी, व्यापारी और नया कार्य शुरू करने वालों के लिए यह पर्व बहुत फलदायी रहेगा। श्रीगणेश को बुध ग्रह का स्वामी माना गया है, इसलिए चतुर्थी पर उनका पूजन करने से बुध दोष भी शांत होगा।
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श्रीगणेशजी की स्थापना के शुभ मुहूर्त
- अतिविशिष्ट मुहूर्त सुबह 10.51 मिनट से दोपहर 12.01 मिनट तक रहेगा।
- विशेष मुहूर्त- सूर्योदय से दोपहर 03.45 मिनट तक भद्रा होने के बावजूद सर्वार्थसिद्धि, शुभ एवं रवि योग के संयोग में चित्रा नक्षत्र के साथ में शुभ मुहूर्त देखकर मिट्टी से बने श्रीगणेश की स्थापना कर सकते है।
- प्रातः 06.09 मिनट से 07.43 मिनट तक (लाभ)
- प्रातः 07.44 मिनट से 09.17 मिनट तक (अमृत)
- प्रातः 10.51 मिनट से दोपहर 12.01 मिनट तक (शुभ)
- दोपहर 03.34 मिनट से 05.08 मिनट तक (चर)
- दोपहर 05.09 मिनट से सांयः 06.42 मिनट (लाभ)
- रात्रि 08.08 मिनट से 09.34 मिनट तक (शुभ)
- रात्रि 09.35 मिनट से 11.00 मिनट तक (अमृत)
- अतिविशिष्ट मुहूर्त - प्रातः 10.51 मिनट से दोपहर 12.01 मिनट तक (मध्याह्नकाल शुभ चौघड़िया)
- सांयः 06.42 मिनट से रात्रि 08.33 मिनट तक (अमृतकाल प्रदोषवेला शुभ चौघड़िया)