नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर, Gupt Navratri Saptami: आषाढ़ की गुप्त नवरात्र पर्व पर देवी मंदिरो व सिद्ध स्थलों में पूजन, साधना का क्रम जारी है। बुधवार को सप्तमी तिथि पर देवी मन्दिरों में देवी दुर्गा के सातवें स्वरूप माता कालरात्रि की आराधना हुई।
मंदिरों में विशेष पूजन अनुष्ठान के साथ माता के विशेष श्रृंगार भी किये गए। भोर की बेला में ही देवी को जल अर्पित करने शक्तिपीठों में बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे । वहीं, मध्य प्रदेश के जबलपुर में साधकों ने दुख, शोक, रोग के निवारण हेतु माता धूमावती की साधना की।
बड़ी एवं बूढ़ी खेरमाई मन्दिरों में माता के धूमावती स्वरूप का पूजन करने बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। अष्टमी पर गुरुवार को सात्विक उपासक माता महागौरी का पूजन करेंगे। वहीं तंत्र साधना वामाचार साधक माता बगलामुखी की साधना, आराधना करेंगे।
सिविक सेंटर स्थित बगलामुखी देवी के मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का क्रम जारी है। मंदिर के पट प्रतिदिन सुबह छह बजे से रात 11 बजे तक भक्तों के लिए खुले रहते हैं। मंदिर में दोनो समय देवी की महाआरती हो रही है।
यहां पंडितों की मौजूदगी में दुर्गा सप्तशती का पाठ भी किया जा रहा है। त्रिपुर सुंदरी मन्दिर में साधना- गुप्त नवरात्र में माता के दस महाविद्या रूपों का पूजन किया जा रहा है।
आचार्यों के अनुसार, यह नवरात्र तंत्र साधना करने वाले साधकों के लिए बहुत ही शुभ मानी जाती है। तेवर स्थित मां त्रिपुर सुंदरी के मंदिर में गुप्त साधना करने वाले बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। गुप्त नवरात्र में त्रिपुर सुंदरी की तंत्र साधना भी की जा रही है।
बूढ़ी खेरमाई मंदिर व बाजनामठ में भी रात को साधना के लिए साधक पहुंच रहे हैं। कुलदेवी की होगी पूजा: गुप्त नवरात्र की महाअष्टमी पर गुरुवार को माता महागौरी के साथ ही श्रद्धालु अपनी कुलदेवी की भी पूजा, हवन करेंगे। बगलामुखी मठ, खेरमाई मंदिर, धूमावती मन्दिर, बूढ़ी खेरमाई में आज विशेष पूजन होगा।