
Holi 2023: आम तौर पर होली के त्योहार को लोग धार्मिक पर्व नहीं मानते, बल्कि मौज-मस्ती, आनंद-उछाह का मौका मानते हैं। युवाओं, प्रेमियों और नव-विवाहितों के लिए ये पर्व इसी वजह से खास होता है। लेकिन अगर आपकी हाल ही में शादी हुई है और ये उसके बाद की पहली होली है, तो कुछ नियमों और परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए। इससे ना सिर्फ आपकी ये होली शांति से बीतेगी, बल्कि भविष्य में भी दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। को आईये आज बताएं कि नव विवाहितों को पहली होली के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
होली के रंग खेलने से एक दिन पहले होलिका दहन की परंपरा है। फाल्गुन माह की पूर्णिमा पर पड़ने वाली यह तिथि इस बार 07 मार्च को पड़ रही है। माना जाता है कि जिन लड़कियों की हाल ही में शादी हुई है, उन्हें होलिका दहन की अग्नि को नहीं देखना चाहिए। ना ही इसकी पूजा या परिक्रमा में शामिल होना चाहिए। माना जाता है कि इससे वैवाहिक जीवन में बाधा आ सकती है। पहली होली में पति-पत्नी मिलकर होलिका की पूजा कर सकते हैं, लेकिन होलिका जलने से पहले ही ऐसा करें। होलिका दहन पर नवविवाहित जोड़ों को घर के सभी बड़े लोगों से आशीर्वाद लेना चाहिए और लक्ष्मी नारायण की पूजा करनी चाहिए।
होली के दिन नई दुल्हनों को काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि काला रंग नकारात्मक ऊर्जाओं को ज्यादा आकर्षित करता है। चूंकि क्योंकि होलाष्टक के दिन बुरी शक्तियों का प्रभाव ज्यादा होता है इस लिए इस रंग को पहनने से बचना चाहिए। इसके अलावा जिन महिलाओं की शादी के बाद पहली होली है, उन्हें सफेद कपड़े भी नहीं पहनना चाहिए।
मान्यता के अनुसार नवविवाहिता को शादी के बाद पहली होली, अपने ससुराल में नहीं मनाना चाहिए। इससे घर की सुख-शांति प्रभावित होती है और आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं। इसलिए शादी के बाद पहली होली में लड़कियां अपने मायके चली आती हैं। पति के लिए भी ससुराल में पहली होली शुभ मानी जाती है।
हाल में शादी हुई हो, तो होली के मौके पर शादी में मिले सामान या अन्न किसी को दान नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि होलिका के दिन तंत्र-मंत्र से होने वाली विद्याओं का प्रभाव अधिक होता है और सामान देने पर उसका उल्टा प्रभाव पड़ता है।
होली से पहले यानी होलाष्टक और होली के दिन खुले बालों में बाहर ना निकलें। मान्यता है कि इस दिन ग्रहों की स्थिति उग्र रहती है और नकारात्मक ऊर्जा शरीर और मन पर बुरा असर डाल सकती है।