नईदुनिया प्रतिनिधि, आलीराजपुर: शहर में सोमवार को उस समय आस्था का उल्लास छा गया, जब जगत के नाथ भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ रथ पर सवार होकर निकले। जैसे ही मंदिर से रथ रवाना हुआ, गगन जयकारों से गूंज उठा। भक्तों ने प्रभु का रथ खींचा, वहीं इस दौरान आस्थावान झाड़ू से मार्ग बुहारते रहे। पूरे यात्रा मार्ग में करीब चार घंटे तक भक्ति का आह्लाद चरम पर रहा।
भगवान दोपहर करीब तीन बजे सुसज्जित रथ में सवार होकर भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर निकले। स्वामी व्यंकटेशाचार्यजी महाराज की उपस्थिति में श्री लक्ष्मी नृसिंह मंदिर पर प्रदेश के अनुसूचित जाति विकास मंत्री नागरसिंह चौहान, कलेक्टर डा. अभय अरविंद बेडेकर, पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास सहित अन्य गणमान्यजनों ने रथ को खींचकर यात्रा का शुभारंभ किया। इसके बाद बारी-बारी से श्रद्धालु नाचते-गाते हुए भगवान का रथ खींचते नजर आए। इस दौरान मार्ग को निरंतर बुहारा जाता रहा। शाम करीब सात बजे यात्रा मंदिर पहुंची। यहां भगवान की आरती की गई। पश्चात मंदिर परिसर में स्वामी व्यंकटेशाचार्य महाराज द्वारा श्रद्धालुओं को आशीर्वचन प्रदान किए गए।
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यात्रा के मद्देनजर नगर के कई प्रतिष्ठान दोपहर में बंद रखे गए। व्यापारियों ने यात्रा में शामिल होकर भगवान का स्वागत किया। यात्रा के मार्ग पर कई स्वागत द्वार भी बनाए गए थे। जगह-जगह पुष्प की वर्षा कर जगत के नाथ का स्वागत किया गया। यात्रा में आलीराजपुर के अलावा आंबुआ, आजादनगर, दाहोद, जोबट, बाग, नानपुर, कुक्षी, छोटा उदयपुर, इंदौर, खट्टाली, बड़ौदा, डही सहित अनेक स्थानों से सैकड़ों भक्त शामिल हुए तथा भगवान का स्वागत किया।
यात्रा श्री लक्ष्मी नृसिंह मंदिर से शुरू होकर पोस्ट आफिस चौराहा, रामदेवजी मंदिर, वाणी मोहल्ला, पोस्ट आफिस, एमजी रोड़, हाट गली, टाकीज चौराहे तक व टाकीज चौराहे से वापस हाट गली, स्टेट बैंक आफ इंडिया के सामने से रणछोड़राय मंदिर मार्ग, बस स्टैंड, एमजी रोड होते हुए श्री लक्ष्मी नृसिंह मंदिर प्रांगण में पहुंची। यात्रा की झलकियां-यात्रा में पुरुष सफेद वस्त्र, महिलाएं पीले वस्त्र व युवतियां लाल व पीली चुनरी में शामिल हुईं। यात्रा मार्ग में जगह-जगह विभिन्न समाजों द्वारा पुष्पवर्षा व जलपान से स्वागत किया गया। गाजे-बाजे संग निकली यात्रा में सर्व हिंदू समाज जन ने बारी-बारी से भगवान के रथ को खींचा।