Krishna Janmashtami 2020: कोरोना संक्रमण काल के दौरान 12 अगस्त को 4 विशेष संयोगों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन सर्वार्थ सिद्घि योग बनने से पर्व की और महत्ता बढ़ जाएगी। सामाजिक समितियों ने तय किया है कि इस वर्ष दही हांडी फोड़ने के लिए सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे। मंदिरों में पुजारी ही पूजा करेंगे। मथुरा, वृंदावन, दिल्ली समेत देशभर के श्रीकृष्ण मंदिरों में विशेष अनुष्ठान हो रहे हैं। मंदिरों में सीमित संख्या में श्रद्घालुओं को ही प्रवेश दिया जा रहा है।
पंडितों के अनुसार इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर 12 अगस्त को चार विशेष संयोगों का योग बन रहा है। पांच हजार साल पहले भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी बुधवार के दिन हुआ था। वही संयोग इस बार 12 अगस्त दिन बुधवार को जन्माष्टमी के दिन बन रहा है। इसके अलावा सर्वार्थ सिद्घि योग भी रहेगा। पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि सर्वार्थ सिद्घि योग में होने से भक्तों की मनोकामना पूरी होगी। इसके अलावा सूर्य और चंद्रमा ग्रह भी उच्च राशि में होने से कोरोना संक्रमण का असर भी कम होने लगेगा।
मंदिरों में नहीं होंगे सामूहिक कार्यक्रम
इस बार कोरोना संक्रमण का असर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भी दिखाई देगा। अधिकांश मंदिरों में हर साल होने वाले सामूहिक कार्यक्रम इस बार नहीं होंगे। रात 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव मनता है। इसमें सैकड़ों श्रद्घालु शामिल होते हैं, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के चलते ऐसा नहीं होगा। मंदिर में सिर्फ पुजारी, मंदिर समिति व कुछ भक्तों के बीच श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
जन्माष्टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त