Margashirsha Purnima 2022: मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन इन देवता की पूजा मानी जाती है अत्यंत शुभ, कष्टों से मिलती है मुक्ति
Margashirsha Purnima 2022: इस बार मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान का व्रत व पूजन करना बहुत अधिक फलदायी माना जाता है। इससे भगवान सत्यनारायण का आशीर्वाद प्राप्त होगा और घर पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Wed, 07 Dec 2022 07:06:29 AM (IST)
Updated Date: Wed, 07 Dec 2022 07:07:06 AM (IST)

Margashirsha Purnima 2022: सत्यनारायण भगवान की कथा व व्रत अनुष्ठान घर पर करवाना बहुत शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म में विशेष तिथि और अवसरों पर घर पर सत्यनारायण की कथा कराई जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार घर में सत्यनारायण भगवान की पूजा व कथा करने से सुख-समृद्धि व बरकत बनी रहती है और मां लक्ष्मी सहित श्री हरि विष्णु भगवान का आशीर्वाद बना रहता है। वहीं इस बार मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान का व्रत व पूजन करना बहुत अधिक फलदायी माना जाता है। इससे भगवान सत्यनारायण का आशीर्वाद प्राप्त होगा और घर पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी।
दिसंबर में सत्यनारायण भगवान की पूजा
पूर्णिमा तिथि बुधवार 07 दिसंबर 2022 सुबह 08:11 से शुरू होगी और गुरुवार 08 दिसंबर 2022 को सुबह 09:27 पर समाप्त होगी। इस दिन मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण का व्रत रखा जाएगा और कथा का अनुष्ठान भी करा सकते हैं।
सत्यनारायण व्रत पूजा विधि
- मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर नदी स्नान या नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें।
- इसके बाद सत्यनारायण भगवान की पूजा की तैयारी करें।
- इसके लिए एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाएं और इसमें सत्यनारायण भगवान की प्रतिमा स्थापित करें। - चौकी के चारो तरफ केले के पत्ते बांधे और फिर जल से भरा हुआ एक कलश रखें और घी का दीपक जलाएं।
- अब षोडशोपचार पूजा विधि से भगवान सत्यनारायण की पूजा करें और कथा का पाठ करें।
- सत्यनारायण भगवान को आटे का चूर्ण, पंचामृत, मौसमी फल और मिठाइयों का भोग लगाएं और प्रसाद में तुलसी दल डालना ना भूलें।
- फिर कथा का पाठ करने के बाद आरती करें।
- आरती के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दक्षिणा देकर विदा करें।