Nirjala Ekadashi 2023 Date: कब है निर्जला एकादशी व्रत, सभी एकादशी में है सबसे श्रेष्ठ, जानें पूजा विधि और मुहूर्त
Nirjala Ekadashi 2023 Date: निर्जाल एकादशी के दिन अन्न और जल दोनों का त्याग करना पड़ता है, तभी ये व्रत सफल होता है।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Wed, 17 May 2023 11:40:47 AM (IST)
Updated Date: Wed, 17 May 2023 11:40:47 AM (IST)
Nirjala Ekadashi 2023 Date Nirjala Ekadashi 2023 Date: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। माना जाता है कि एकादशी का व्रत करने से जातकों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और मरनोप्रांत बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है। हालांकि एकादशी हर महिने के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों में पड़ती है लेकिन हर एक एकादशी का महत्व अलग होता है।
वहीं ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को निर्जला एकादशी कहा जाता है। यह एकादशी का व्रत कष्टों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है और समस्त पापों से भी मुक्ति दिलाता है। माना जाता है कि जो लोग पूरे साल की एकादशी नहीं कर पाते हैं वे लोग इस एक एकादशी को करके सभी एकादशियों का फल प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस साल कब पड़ेगी निर्जला एकादशी और क्या है मुहूर्त
कब है निर्जला एकादशी
इस साल निर्जाला एकादशी 31 मई 2023, बुधवार के दिन पड़ेगी। निर्जाल एकादशी के दिन अन्न और जल दोनों का त्याग करना पड़ता है, तभी ये व्रत सफल होता है।
निर्जाला एकादशी शुभ मुहूर्त
- एकादशी तिथि की शुरुआत 30 मई दोपहर 01:32 मिनट पर होगी।
- एकादशई तिथि का समापन 31 मई दोपहर 01:36 मिनट पर होगा।
- उदया तिथि होने के कारण एकादशी तिथि का व्रत 31 मई के दिन रखा जाएगा।
- व्रत का पारण 1 जून 2023 यानि गुरुवार के दिन करें. पारण का शुभ मुहूर्त सुबह 05.24 से 08.10 बजे तक है।
निर्जाला एकादशी पूजन विधि
एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद घर के मंदिर में विष्णु जी की तस्वीर स्थापित करें औऱ उन्हें गंगाजल से अभिषेक करें। विष्णु जी की विधि विधान से पूजा करें और फिर उन्हें फल-फूल समर्पित करें। फिर एकादशी व्रत कथा सुनें और आखिरी में आरती करें और प्रसाद वितरण करें।