नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर शहर के सौ साल पुराने लक्ष्मी-वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग से आषढ़ शुक्लपक्ष की द्वितीया पर शुक्रवार को प्रभु वेंकटेश की रथयात्रा निकलेगी। इसमें भक्त मन के मनोरथ पूरे हो इस भाव से भगवान का रथ खीचेंगे। कभी लकड़ी पर निकलने वाला रथ ने भक्तों के उल्लास से अब चांदी का स्वरूप धारण कर चुका है। इस पर कुंभकोणम की शाही पोषक पहनकर भगवान भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे।
इस रथ के पहिये कर्फ्यू और कोरोना में भी नहीं थमे। सात दिवसीय ब्रह्मोत्सव के अंतिम दिन निकलने वाली यात्रा में केवट चरित्र, हनुमंत लाल की झांकी आकर्षण का केंद्र होगी। कमल पुष्प में रामानुज स्वामी के दर्शन, जगन्नाथ प्रभु के अतिरिक्त जल संसाधन,गोमाता बचाओ, रामलला, प्रभु वेंकटेश, भारत माता की झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगी। झांकियों में सनातन की महत्ता को प्रदर्शित करते हुए प्रेरक संदेश भी दिया जाएगा।
साथ ही मुंबई से आए 80 युवक-युवतियों का समूह वाद्य यंत्रों पर प्रस्तुति देगा। 21 घोड़ो पर भगवा ध्वज पताका लिए युवा चलेंगे। ठाकुरजी की वाहन गरुड़, हनुमान, अश्व, गज, मंगलगिरी आदि वाहन रहेंगे। भजन गायक हरिकिशन साबू भजनों की प्रस्तुति देंगे। रामानुजाचार्य श्रीनागोरियापिठाधिपति स्वामीजी श्रीविष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज भक्तों को आर्शीवाद देंगे जबकि 50 महिला भक्त रथ के आगे यात्रा मार्ग की सफाई करते चलेंगे।
प्रचार प्रमुख पंकज तोतला, बालकिशन सिंगी एवं आशीष लड्डा ने बताया कि रथ यात्रा छत्रीबाग से शुरु होकर सिलावट पूरा चौराहा, नरसिंह बाजार, सीतलामाता बाजार, गौराकुंड चौराहा, शक्कर बाजार, बड़ा सराफा, पीपली बाजार, बर्तन बाजार, बजाजखाना, साठा बाजार से होते हुए पुनः मंदिर पर आकर समाप्त हो। मार्ग में 300 मंचों से स्वागत होगा।
श्री तिरुपति बालाजी वेंकटेश देवस्थान गुमाश्ता नगर में रथयात्रा महोत्सव 27 जून को सुबह 9 बजे मनाया जाएगा। श्री झालरिया पीठाधिपति स्वामीजी घनश्यामाचार्यजी महाराज के सान्निध्य में भगवान वेंकटेश, श्रीदेवी, श्रीभूदेवी की उत्सव प्रतिमाएं सुसज्जित पालकी में विराजित होगी। पालकी यात्रा मंदिर परिसर में निकाला जाएगा। ट्रस्टी पुरूषोत्तम पसारी, लक्ष्मण पटवा एवं राम मूंदड़ा ने बताया कि इस अवसर पर श्रीगुरु परम्परा स्त्रोत, श्री वरदवल्लभा स्त्रोत, श्री आलवन्दार स्त्रोत, कनकधारा स्त्रोत, वेंकटेश स्त्रोत आदि का पाठ किया पाएगा। इसमें श्री प्रभात फेरी मण्डल द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। अंत में गोष्ठी प्रसाद का वितरण किया जाएगा।