नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। Rath Yatra Mahotsav 2025: शहर में बहुप्रतीक्षित सात दिवसीय ब्रह्मो एवं रथयात्रा महोत्सव की शुरुआत 21 से 27 जून तक लक्ष्मी-वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में आयोजित किया जाएगा। इसमें भगवान का नित नवीन शृंगार आकर्षण का केंद्र होगा। कभी भगवान श्वेत हवेली तो कभी बद्रीनाथ धाम में दर्शन देंगे। इसके साथ ही देश के कई शहरों से संतों का आगमन एवं ख्यात भजन गायक भजनों के माध्यम से प्रभु वेंकटेश की महिमा का गुणगान करेंगे।
नागोरिया पीठाधीश्वर विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष उत्सव में वैष्णव भक्तों की आस्था का उल्लास उमड़ेगा। ध्वजा रोहण के साथ उत्सव की शुरुआत होगी। भगवती महालक्ष्मी का महाभिषेक कुमकुम अर्चना होगी। भगवान वेंकटेश की 108 रजत कलश से अभिषेक होगा। पुष्प बंगला का आयोजन भी किया जाएगा। साथ ही गौरवशाली रथयात्रा भी निकाली जाएगी।
भगवान के अलग-अलग मनोहारी शृंगार भी होंगे। इसमें दक्षिण भारतीय पद्धति से जगमग रंगारंग आवरण, बर्फीली घाटी में बद्रीनाथ धाम में विराजमान प्रभु, प्रभु की श्वेत हवेली, प्रभु की जलमग्न द्वारिका, गुलाबी कक्ष में प्रभु के सजन गोठ दर्शन आदि विशेष शामिल है। उज्जैन से स्वामी विद्या भास्कर महाराज, स्वामी रंगनाथचार्य, अयोध्या से स्वामी अनंताचार्य महाराजा, गयाजी से स्वामी वेंकटेशप्रपन्नाचार्य, हरिद्वार से स्वामी दामोदरचार्य महाराज, उज्जैन से माधवप्रपन्नाचार्य महाराज, जोधपुर से गोवत्सव महाराज आएंगे। इस अवसर पर भजन गायक राजेश सांखला, सुधीर व्यास, हरिकिशन साबू, द्वारका मंत्री, मनोहर कारवां, हर्षित शास्त्री के भजन होंगे।
21 जून को सुबह 9 बजे रामानुजस्वामी का महाभिषेक एवं प्रवचन सुबह 11.30 बजे होंगे। इसके बाद शेष वाहन पर रात 8.30 बजे रामानुजस्वामी की शोभायात्रा निकाली जाएगी। 22 जून को भगवती महालक्ष्मी का महाभिषेक सुबह 9.30 बजे, 11.30 बजे प्रवचन होंगे। रात 8.30 बजे भगवती श्रीमहालक्ष्मी की शोभायात्रा मंगलगिरी वाहन पर निकलेगी। 23 जून को भगवान वेंकटेश का महाभिषेक सुबह 9.30 बजे, 11.30 बजे प्रवचन होंगे। रात 8.30 बजे भगवान वेंकटेश की शोभायात्रआ हनुमान वाहन पर निकाली जाएगी। 24 जून को वसंतोत्सव सुबह 9.30 बजे एवं तिरुप्पावड़ा दोपहर 12.30 बजे होगा। रात को 8 बजे भगवान वेंकटेश की शोभायात्रा गरुड़ वाहन पर निकाली जाएगी। 25 जून को भगवान के विवाह उत्सव कल्याण उत्सव के नाम से सुबह 9 बजे होगा। इसके बाद सुबह 8.30 बजे परकाल लीला होगी। 26 जून को सुबह 9.30 बजे प्रणयकलयलीला सुबह 9.30 बजे होगी। इसके बाद शाम 7 बजे मनोहारी पुष्प बंगला दर्शन होगा। 27 जून को सुबह 7 बजे से पुष्प बंगला दर्शन एवं सुबह 10 बजे से गोसेवा अन्नकूट महोत्सव होगा। शाम 4 बजे रथयात्रा निकाली जाएगी।