Shani Jayanti 2022: 8 तरह के वाहनों पर सवार होकर आते हैं शनि देव, जानिए हर एक का महत्व और फल
Shani Jayanti 2022: शनि देव कौवे के अलावा हाथी, गधा, हिरण, कुत्ता, सियार, सिंह और गिद्ध की सवारी भी करते हैं।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Sat, 28 May 2022 08:14:50 AM (IST)
Updated Date: Sat, 28 May 2022 08:14:50 AM (IST)

Shani Jayanti 2022: हिंदू धर्म में शनि जयंती का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार शनि जयंती (Shani Jayanti 2022) का पर्व 30 मई सोमवार को है। शनि देव (Shani Dev) को ज्योतिष शास्त्र में न्यायाधीश कहा गया है। अर्थाथ शनि देव ही मनुष्य को अपने अच्छे और बुरे कर्मों का फल देते हैं। शनि चालीसा शनि देव के वाहनों के बारे में भी बताती है। धर्म ग्रंथों में लिखा है कि, शनि देव 8 वाहनों पर सवार होकर आते हैं। हर वाहन या सवारी का विशेष महत्व है और इसके अनुसार फल तय होता है। जिस वाहन से शनि देव किसी भी राशि में भ्रमण करते हैं, उसके अनुसार उस राशि के जातकों को शुभ-अशुभ फल प्राप्त होते हैं।
Shani Jayanti 2022: शनि के 7 वाहन और आठवां कौआ
- शिव चालीसा ने शनि देव के वाहनों के बारे में लिखा है। यहां एक मंत्र है - 'भगवान के सात सुजाना का वाहन। दिग्गज, गरदभ, हिरण, अरुस्वाना। जम्बुक, सिंह आदि नखधारी।' इसका अर्थ यह है कि शनिदेव के 7 वाहन हैं- हाथी, गधा, हिरण, कुत्ता, सियार, सिंह और गिद्ध। इसके अलावा कौवे को उनका वाहन भी माना जाता है।
कौवे पर सवार होकर शनिदेव व्यक्ति के सभी दुखों को दूर करते हैं और रोगों से मुक्ति दिलाते हैं।
जिस राशि के शनि देव सियार पर सवार होते हैं, उस राशि के जातकों की बुद्धि का नाश होता है और जिस राशि में शनिदेव सवार होते हैं, उसमें धन-सम्मान का भी नाश होता है।
शनि देव जब हाथी पर सवार होकर किसी की राशि में प्रवेश करते हैं तो उन्हें धन और मान सम्मान की प्राप्ति होती है।
जब शनि देव गधे पर सवार होकर किसी राशि में प्रवेश करते हैं तो उस राशि के जातकों द्वारा किए जा रहे कार्य भी खराब हो जाते हैं और उन्हें धन हानि का सामना करना पड़ता है।
जब शनि देव हिरण पर सवार होते हैं तो उन्हें मृत्यु भोगनी पड़ती है, यानी उन्हें बहुत ही बुरे हालात का सामना करना पड़ता है।
शनिदेव जब गिद्ध पर सवार होकर किसी राशि में चले जाते हैं तो व्यक्ति को कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं।
कुत्ता भैरवदेव की सवारी है, लेकिन जब शनि देव उस पर सवार होकर किसी भी राशि में चले जाते हैं तो उन्हें धन की प्राप्ति होती है।