Shiv Chaturdashi 2023: दो शुभ संयोग में आज मनेगी वैशाख शिव चतुर्दशी, जानिए पूजा विधि, मुहूर्त
मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से साधक पर भगवान भोलेनाथ की कृपा बरसती है और उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Tue, 18 Apr 2023 06:05:00 AM (IST)
Updated Date: Tue, 18 Apr 2023 06:05:00 AM (IST)

भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। हिंदू पंचाग के मुताबिक प्रत्येक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दर्शी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाने का विधान है। आज वैशाख कृष्ण चतुर्दशी तिथि है। इसलिए आज शिव चतुर्दशी मनाई जाएगी। हिंदू धर्म में शिवरात्रि व्रत को काफी महत्व दिया गया है। इस तिथि को विधि-विधान पूर्वक भगवान शिव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से साधक पर भगवान भोलेनाथ की कृपा बरसती है और उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन भगवान शिव के साथ समूचे शिव परिवार की उपासना करना उत्तम माना गया है।
पूजा का मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के अनुसार वैशाख कृष्ण चतुर्दशी तिथि 18 अप्रैल, मंगलवार मंगलवार को दोपहर 01 बजकर 27 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 19 अप्रैल, बुधवार सुबह 11 बजकर 23 मिनट तक रहेगी। इस दिन भगवान भोलेनाथ का निशिता काल मुहूर्त में पूजा करने का विधान है। पूजा का शुभ मुहूर्त 18 अप्रैल को रात 11:58 से मध्यरात्रि 12:42 तक रहेगा।
शुभ योग
वैशाख कृष्ण चतुर्दशी तिथि को सर्वार्थ सिद्धि और इंद्र योग का शुभ संयोग बन रहा है। ऐसे में मासिक शिवरात्रि की पूजा विशेष फलदायी होगी। सर्वार्थ सिद्धि योग 18 अप्रैल मंगलवार को सुबह 05:53 से 19 अप्रैल 2023 को प्रात: 01:01 तक रहेगा। वहीं इंद्र योग 17 अप्रैल सोमवार रात 09:07 से शुरू होकर 18 अप्रैल, मंगलवार को शाम 06:10 तक रहेगा।
पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके उपरांत शिव मंदिर में जाकर भगवान भोलेनाथ का पूजन करें। भोलेनाथ का गंगाजल या दूध से अभिषेक करें। ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करने के साथ ही बेलपत्र, भांग, अक्षत, मदार के फूल, फूल, माला, दूध, घी, शहद, मिठाई, फल, धूप, दीप आदि अर्पित करें। शिव चालीसा का पाठ करें और शिवरात्रि व्रत कथा सुनें। भगवान शिव की आरती करें।
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