धर्म डेस्क। पितृ पक्ष हिंदू कैलेंडर में 16 दिनों की अवधि है जो पूर्वजों के सम्मान के लिए समर्पित है और पूर्वजों को वंशजों द्वारा किए गए प्रसाद को प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह एक महत्वपूर्ण हिंदू काल है क्योंकि यह श्राद्ध अनुष्ठान, प्रसाद और दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना करने का समय है ताकि वे मोक्ष प्राप्त कर सकें। पितृ पक्ष की अवधि के भीतर, हिंदू आमतौर पर एक साधारण शाकाहारी भोजन या व्यंजन तैयार करते हैं, इसे ब्राह्मणों, पुजारियों या जरूरतमंद लोगों को अर्पित करते हैं और अपना पैसा धर्मार्थ आयोजनों में दान करते हैं।
यह परंपरा पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने और पैतृक ऋण चुकाने की एक विधि के रूप में कार्य करती है। पितृ पक्ष के दौरान, भोजन की पवित्रता बनाए रखने के लिए सख्त नियम लागू होते हैं। कुछ विशिष्ट खाद्य पदार्थ पूर्वजों को अर्पित किए जाते हैं जबकि अन्य से परहेज किया जाता है।
आइए समझते हैं कि श्राद्ध के दौरान सात्विक आहार क्यों आवश्यक है और उन खाद्य पदार्थों की सूची जानें जिनसे बचना चाहिए। सात्विक आहार पितृ पक्ष का एक महत्वपूर्ण पहलू है क्योंकि यह शांति, स्पष्टता और आध्यात्मिकता के विकास की ओर ले जाता है। यह आहार पौष्टिक, शुद्ध भोजन है जो मन और शरीर को आध्यात्मिक जुड़ाव के लिए जगह बनाने के लिए ऊपर उठाता है।
सात्विक भोजन व्यक्ति को एक शांत ध्यान की स्थिति को बढ़ावा देने का अवसर देता है जिसमें वे अपने पूर्वजों से जुड़ सकते हैं और समर्पण और सच्चे सम्मान के साथ उनका सम्मान कर सकते हैं। पितृ पक्ष के आध्यात्मिक उद्देश्य में आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
1. सुगंधित पदार्थ: लहसुन और प्याज हमारे शरीर की गर्मी को बढ़ाते हैं और हमारे दिमाग को भी धुंधला करते हैं। साबुत मसालों का प्रयोग करें। धनिया या हल्दी का प्रयोग करें।
2. मांसाहारी भोजन: मांस तामसिक होता है और आक्रामकता पैदा करता है, मन को दूषित करता है और सुस्ती पैदा करता है। ताजी सब्जियों, दालों और अनाज को अपने आहार का मुख्य आधार बनाएं।
3. शराब: शराब मानसिक निर्णय और आध्यात्मिक स्पष्टता को धुंधला कर देती है। शराब सीमित करें और पानी, दूध और ताजे रस से हाइड्रेटेड रहें।
4. कुछ दालें: मसूर दाल तामसिक होती है, इसलिए इस दौरान अन्य स्वस्थ दालों जैसे तूर दाल, मूंग दाल या चना दाल का सेवन करें।
5. प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ: प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में कई कृत्रिम तत्व होते हैं जो श्राद्ध के नियमों को तोड़ते हैं। ताजे भोजन का प्रयोग करें जो घर का बना हो, साबुत हो और शरीर और दिमाग को स्वच्छ रखने में मदद करे।
6. कुछ सब्जियां: बैंगन, मशरूम, लीक और प्याज जैसी सब्जियां नकारात्मक होती हैं और इन्हें श्राद्ध के दौरान नहीं खाना चाहिए। गाजर, लौकी, पालक और कद्दू जैसी सात्विक सब्जियां खाएं।
7. मसालेदार, तैलीय और वसायुक्त खाद्य पदार्थ: ये खाद्य पदार्थ राजसिक होते हैं और आपके मन और आध्यात्मिक शांति को भंग करते हैं। आदर्श रूप से, भोजन उबला हुआ, उबला हुआ या हल्के मसाले के साथ हल्का सा भूना हुआ होना चाहिए।