धर्म डेस्क। हर महीने सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने की तिथि पर संक्रांति मनाई जाती है। इस साल 16 जुलाई को कर्क संक्रांति है। इस दिन सूर्य देव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे। सूर्य देव के कर्क राशि में गोचर करने की तिथि पर कर्क संक्रांति मनाई जाएगी।
सनातन शास्त्रों में निहित है कि सूर्य देव के कर्क राशि में गोचर करने के दौरान चातुर्मास रहता है। चातुर्मास के दौरान किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने से कई राशि के जातकों के जीवन में नया सवेरा होगा। खासकर, करियर संबंधी परेशानी दूर होगी। आइए, इन राशियों के बारे में जानते हैं...
इस राशि के लोगों के लिए सूर्य का यह गोचर अत्यंत शुभ संकेत दे रहा है। जो लोग शत्रुओं से परेशान थे, उन्हें अब राहत मिल सकती है। पारिवारिक संपत्ति से जुड़े विवाद खत्म हो सकते हैं और घर में कोई शुभ कार्य भी संपन्न हो सकता है। संतान की कामना रखने वाले दंपति को भी कोई खुशखबरी मिल सकती है।
इस गोचर का कन्या राशि के जातकों को जबरदस्त फायदा मिल सकता है। नौकरी में प्रमोशन और वेतन वृद्धि के प्रबल योग बनेंगे। जो लोग लंबे समय से रोजगार की तलाश कर रहे थे, उन्हें सफलता मिल सकती है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को भी अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। संतान पक्ष से भी कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
ये भी पढ़ें- Sawan Shivratri 2025: कब मनाई जाएगी सावन की शिवरात्रि, किस मुहूर्त में करें महादेव की पूजा? जानिए यहां
सूर्य के कर्क राशि में जाने से मिथुन जातकों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खुल सकते हैं। विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं और रुके हुए दस्तावेजों या वीजा संबंधी कार्य अब पूरे होने की संभावना है। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और नई आमदनी के स्रोत सामने आ सकते हैं। कार्यक्षेत्र में तरक्की के संकेत भी नजर आ रहे हैं।
सूर्य के गोचर से वृश्चिक जातकों को पारिवारिक जीवन में शांति और सामंजस्य का अनुभव होगा। पुराने मतभेद खत्म हो सकते हैं और रिश्तों में मिठास आएगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी। जो लोग किसी इंटरव्यू या परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, उनके लिए समय अनुकूल रहेगा।