Surya Grahan 2020: शास्त्रोक्त मान्यता है कि सूर्य ग्रहण का मानव जीवन पर काफी गहरा असर होता है। इसलिए ग्रहण के दौरान खाने-पीने और शयन को छोड़कर ईश्वर की आराधना करने की बात कही गई है। ग्रहण का मानव के स्वास्थ्य पर भी काफी असर पड़ता है। चंद्र ग्रहण का मानव जीवन और स्वास्थ्य पर काफी कम असर होता है, लेकिन सूर्य ग्रहण मानसिक और शारीरिक दोनों ही अवस्थाओं पर गहरा असर डालता है।
आंखों पर पड़ता है प्रभाव
सूर्य ग्रहण का सबसे ज्यादा असर मानव की आंखों पर होता है। सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना काफी हानिकारक होता है और इससे आंखों की रोशनी जाने का भी खतरा होता है। ग्रहण के दौरान सूर्य से हानिकारक किरणें निकलती है। इन किरणों की तपन तो महसूस नहीं होती है, लेकिन यह आंखों के रेटिना के लिए काफी नुकसानदायक होती है। इसलिए जब आप सूर्य ग्रहण को ग्रहण के लिए मिलने वाले स्पेशल चश्मे के बगैर देखते हैं तो आपके रेटिना के क्षतिग्रस्त होने की काफी ज्यादा संभावना होती है। इससे या तो आंखों की रोशनी कम हो जाती है या आदमी अंधा हो जाता है।
गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है असर
मान्यता है कि गर्भवती महिला को सूर्य ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी रखना चाहिए। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए और घर में भी नुकीली वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि इन बातों का ध्यान नहीं रखने से जन्म लेने वाला बच्चा शारीरिक या मानसिक या दोनों तरह से असामान्य रह सकता है।
पाचन शक्ति होती है कमजोर
सूर्य ग्रहण का हमारी पाचन शक्ति से भी संबंध बताया जाता है। कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान खाया गए खाद्य पदार्थ को पचाने में काफी दिक्कत होती है। इसलिए सूतक और ग्रहण के दौरान खाने-पीने की मनाही की गई है। इस दौरान सूर्य से निकलने वाली दूषित किरणों से खाद्य सामग्री भी दूषित हो जाती है। सूर्य ग्रहण के दौरान मानव को काफी थकावट भी महसूस होती है, इसलिए इस दौरान आराम करने और मंत्रों के जाप की सलाह दी जाती है। इस समय अहम निर्णयों को टालने की बात कही जाती है।