इस बार 11 दिन पहले मनेगा रक्षाबंधन का पर्व
इस साल यानी वर्ष 2025 में आषाढ़ पूर्णिमा से लेकर पूरा सावन मास, राखी पर्व, जन्माष्टमी, गणेशत्सव तथा शारदीय नवरात्रि, विजयादशमी/ दशहरा और फिर दीपावली का 5 दिवसीय त्योहार दो वर्षों की तुलना में इस बार ग्यारह दिन पहले आ रहे हैं।
Publish Date: Tue, 22 Jul 2025 08:21:39 PM (IST)
Updated Date: Tue, 22 Jul 2025 09:02:32 PM (IST)
राखी का पर्व कब मनाया जाएगा।HighLights
- इससे पहले श्रावण अधिक मास वर्ष 2023 में पड़ा था।
- अगले साल 2026 में फिर से ज्येष्ठ अधिक मास लगेगा।
- इसका समय 17 मई 2026 से 15 जून 2026 तक रहेगा।
धर्म डेस्क। हिन्दू पंचांग कैलेंडर के अनुसार 06 जुलाई 2025, दिन रविवार को देवशयनी एकादशी के साथ ही चातुर्मास भी आरंभ हो गया है और अब इन 4 महीनों में लगातार कई बड़े तीज-त्योहार आने वाले हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ पंडित गणेश शर्मा ने बताया कि इनमें सबसे खास बात यह है कि इस साल यानी वर्ष 2025 में आषाढ़ पूर्णिमा से लेकर पूरा सावन मास, राखी पर्व, जन्माष्टमी, गणेशत्सव तथा शारदीय नवरात्रि, विजयादशमी/ दशहरा और फिर दीपावली का 5 दिवसीय त्योहार दो वर्षों की तुलना में इस बार ग्यारह दिन पहले आ रहे हैं।
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2026 में अधिक मास
पंडित शर्मा के अनुसार कैलेंडर सौरमास/सौर महीना पर आधारित यानी 365 दिनों का होता है, जबकि हमारे पंचांगों की गणना चंद्रमास पर आधारित होती है और यह 354 दिनों का होता है। ऐसे में प्रतिवर्ष पड़ने वाले इन 11 दिनों के भेद को पूरा करने के लिए हर 3 साल में अधिकमास आता है। इससे पहले श्रावण अधिक मास वर्ष 2023 में पड़ा था। अब अगले साल यानी 2026 में फिर से ज्येष्ठ अधिक मास लगेगा, जिसका समय 17 मई 2026 से 15 जून 2026 तक रहेगा।
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जुलाई 2025 के तीज त्योहार
- इन चार महीने पड़ने वाले तीज-त्योहारों के बारे में पंडितों की मानें तो सावन मास 11 जुलाई से शुरू होगा।
- 09 अगस्त को भाई-बहन के पवित्र बंधन का पर्व रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा।
- तत्पश्चात जन्माष्टमी 16 अगस्त, 10 दिवसीय गणेश उत्सव पर्व 27 अगस्त से होगा।
- 06 सितंबर को अनंत चतुर्दशी तथा 22 सितंबर से शारदीय नवरात्रि होगी।
- 02 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा।
- इसके बाद 20 अक्टूबर 2025 को दीपावली लक्ष्मी पूजन का पर्व होगा।
- उसके बाद 01 नवंबर को देवउठनी एकादशी तथा तुलसी विवाह का पर्व मनाया जाएगा।