धर्म डेस्क, इंदौर। Vaishakh Purnima 2024: हिंदू धर्म में पूर्णिमा का बहुत महत्व होता है। पूर्णिमा भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को समर्पित मानी जाती है। यह पर्व हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन मनाया जाता है। इस बार वैशाख माह में पूर्णिमा 23 मई को पड़ रही है। ऐसा माना जाता है कि पूर्णिमा के दिन दान करने से व्यक्ति को कई गुना अधिक शुभ फल मिलता है। इस दिन श्रीहरि और माता लक्ष्मी की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि आती है। अगर आप वैशाख पूर्णिमा का व्रत कर रहे हैं, तो पूजा के दौरान वैशाख पूर्णिमा व्रत का पाठ जरूर करें। इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
पौराणिक कथा के अनुसार, धनेश्वर नाम का एक धनवान व्यक्ति था। वह दुखी था क्योंकि उसकी कोई संतान नहीं थी। एक बार उसकी मुलाकात एक योगी से हुई। उन्होंने धनेश्वर को वैशाख माह में पड़ने वाली पूर्णिमा का व्रत करने की सलाह दी। इसके बाद धनेश्वर ने शीघ्र ही पूर्णिमा का व्रत किया और श्रीहरि सहित देवी लक्ष्मी की पूजा की। इस व्रत के प्रभाव से कुछ दिनों के बाद उसकी पत्नी गर्भवती हो गई और उसने एक पुत्र को जन्म दिया। तभी से वैशाख पूर्णिमा का व्रत प्रारम्भ हुआ।
पंचांग के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा की तिथि 22 मई को शाम 6 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 23 मई को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में वैशाख पूर्णिमा व्रत 23 मई को रखा जाएगा।
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