
Vrat Tyohar 2022: अगस्त 2022 का अंतिम सप्ताह आरंभ हो चुका है। इस सप्ताह अगस्त के दो दिन और सितंबर महीने के शुरुआत चार दिन कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आने वाले हैं। इस सप्ताह हरतालिका तीज, वराह जयंती, गणेश चतुर्थी, ऋषि पंचमी और राधा अष्टमी त्योहार मनाए जाएंगे। आइए जानते हैं ये प्रमुख व्रत और त्योहार कब और किस दिन पड़ रहे हैं।
हरतालिका तीज (30 अगस्त, मंगलवार)
अखंड सौभाग्य और खुशहाल जीवन के लिए महिलाएं हरतालिका तीज व्रत रखती हैं। इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती और श्रीगणेश की पूजा करते हैं। इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं। युवतियां भी मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए यह व्रत रखती हैं। इस व्रत में देवी पार्वती को 16 श्रृंगार की सामग्री चढ़ाने का विधान है।
वराह जयंती (30 अगस्त, मंगलवार)
भगवान विष्णु का तीसरा अवतार वराह था। उन्होंने हिरण्याक्ष से पृथ्वी को बचाने के लिए वराह अवतार धारण किया था। वराह अवतार का जन्म भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि को हुआ था।
गणेश चतुर्था (31 अगस्त, बुधवार)
भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को हुआ था। इस तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। भक्त अपने घरों में बप्पा को स्थापित करते हैं। महराष्ट्र समेत देश के अन्य हिस्सों में गणेश उत्सव की 10 दिनों तक धूम रहती है।
ऋषि पंचमी (1 सितंबर, गुरुवार)
गणेश चतुर्थी के अगले दिन ऋषि पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन सप्त ऋषियों की पूजन का विधान है। इस व्रत के प्रभाव से अनजाने में किए गए सभी पापों से मुक्ति मिलती है। बता दें हमारे शास्त्रों में कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि और वसिष्ठ ये सात ऋषि बताए गए हैं।
सूर्य षष्ठी (2 सितंबर, शुक्रवार)
भाद्रपद के शुक्ल पक्ष में षष्ठी तिथि के दिन सूर्य षष्ठी का आयोजन किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस व्रत को करने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं। इस दिन गंगा स्नान का भी महत्व है। इस व्रत को करने से नेत्र रोगों से मुक्ति मिलती है।
संतान सप्तमी व्रत (3 सितंबर, शनिवार)
यह व्रत भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि वाले दिन रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा कर उनसे संतान की रक्षा की कामना की जाती है।
राधा अष्टमी (4 सितंबर, रविवार)
श्रीकृष्ण के जन्म से 15वें दिन राधाजी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसे राधाष्टमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन ब्रज मंडल में राधारानी के साथ कान्हा की पूजा की जाती है।
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