नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने शुक्रवार को कहा कि हिंदू होने के कारण साथी खिलाड़ियों का बुरा बर्ताव झेलने वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया के बयान ने पाकिस्तान का असली चेहरा दिखा दिया है।
गंभीर ने कहा, 'भारत में मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे कप्तान हुए हैं। भारत ने मो. कैफ, इरफान पठान और मुनफ पटेल को बहुत इज्जत दी। पटेल मेरा अच्छा दोस्त भी है। वहीं हिंदू कनेरिया ने अपने देश पाकिस्तान के लिए इतने टेस्ट खेले हैं। इसके बावजूद उन्हें यह सब झेलना पड़ा तो यह निराशाजनक है। यह उस देश में हो रहा है, जिसके प्रधानमंत्री इमरान खान खुद क्रिकेटर रहे हैं, इससे ज्यादा शर्मनाक बात क्या हो सकती है। जब कनेरिया के साथ ऐसा बर्ताव हो रहा है तो आप समझ सकते हैं कि वहां हिंदू, सिख और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ कैसा बर्ताव होता होगा।
शोएब अख्तर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें उन्होंने खुलासा किया था कि हिंदू होने की वजह से कनेरिया के साथ पाकिस्तानी टीम के कई खिलाड़ी बुरा बर्ताव करते थे। कई खिलाड़ी कनेरिया से बात नहीं करते थे और उन्हें दानिश के साथ खाना खाने में भी परेशानी थी।
इसके बाद दानिश ने शोएब के दावे को सही ठहराया था। उन्होंने कहा, मैं जब खेलता था तब इन मामलों में बोलने की मेरी हिम्मत नहीं होती थी लेकिन यह सच है कि हिंदू होने की वजह से मेरे साथ भेदभाव होता था। कई खिलाड़ी मुझसे बात नहीं करते थे और मेरे साथ खाना खाने को लेकर भी उन्हें परेशानी थी। शोएब के खुलासे की वजह से मुझमें हिम्मत आई है और मैं शीघ्र ही उन खिलाड़ियों के नाम उजागर करूंगा। दानिश ने कहा कि शोएब के अलावा यूनुस खान, इंजमाम उल हक और मोहम्मद यूसुफ ने भी उनका साथ दिया। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।