Sania Mirza: भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा के पति पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक ने 10 साल पहले हुई अपनी शादी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। शोएब ने कहा कि सानिया से जब उनका निकाह हुआ तो भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में काफी होहल्ला मचा था। लेकिन दोनों ने राष्ट्रीयता देखकर नहीं बल्कि एक-दूजे के लिए प्यार देखकर निकाह का फैसला किया था। बता दें कि शोएब और सानिया ने अप्रैल 2010 में निकाह किया था।
शोएब ने कहा - उस समय हम दोनों को ही देशप्रेम, राष्ट्रीयता की दुहाइयां दी गई। ये सिलसिला निकाह के बाद भी जारी है। लेकिन हम दोनों ही अपनी शादी को देश की सीमाओं के दायरे से ऊपर मानते हैं। हम दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और इसलिए हमने इस बंधन में बंधने का फैसला किया।
भारत-पाक रिश्तों को लेकर ये कहा
शोएब ने कहा कि जब-जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है तो लोग हम दोनों को ट्रोल करने लगते हैं। पर मैं कहना चाहूंगा कि जहां प्यार होता है, वहां ये सारी बाते कोई मायने नहीं रखतीं। हम नहीं सोचते कि दोनों देशों के बीच या राजनीति में क्या चल रहा है। हम ऐसे समय इन सब बातों को नजरअंदाज करते हैं क्योंकि हम लगता है कि उस समय ऐसा करना ही सही है। हम मानते हैं कि हमारे लिए प्यार और हमारी शादी ज्यादा मायने रखती है। बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच अंतिम द्विपक्षीय सीरीज 2012 में खेली गई थी। इसके बाद से दोनों टीमें केवल आईसीसी इवेंट्स में ही आमने-सामने हुई हैं।
'क्रिकेटर हूं, राजनेता नहीं'
शोएब ने कहा- मेरे बहुत सारे दोस्त हैं और वे भारतीय हैं। मैंने दोनों देशों के बीच के राजनैतिक संबंधों के कारण उनके साथ कभी तनाव महसूस नहीं किया। मैं जानता हूं कि मैं एक क्रिकेटर हूं, राजनेता नहीं। इसलिए मैं इन बातों पर गौर नहीं करता।
परिवार से रहे दूर
कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति के कारण शोएब मलिक बीते 5 महीनों से सानिया और बेटे से नहीं मिल पाए हैं। दरअसल जब कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई और पाबंदिया लागू की गई तो वे उस समय पाकिस्तान में पीएसएल में खेल रहे थे, जबकि सानिया और उनका बेटा भारत में मौजूद थे। शोएब को अब जाकर परिवार से मिलने की इजाजत मिली है। दरअसल शोएब को इंग्लैंड दौरे के लिए पाकिस्तान टीम में शामिल किया गया है। पीसीबी ने माना कि शोएब अपनी प्रतिबद्धताओं और कोविड 19 महामारी के कारण अपने परिवार से करीब 5 महीने से नहीं मिले हैं, ऐसे में अब जब यात्रा प्रतिबंध से थोड़ी छूट मिली है तो हमने खिलाड़ियों को उनके परिवार से मिलने की इजाजत दी है।