
एजेंसी, इस्लामाबाद (ICC Champions Trophy 2025)। अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए शुक्रवार का दिन निर्णायक हो सकता है। आज आईसीसी के अधिकारियों की विभिन्न बोर्ड के साथ वर्चुअल बैठक है।
बैठक में आईसीसी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ ही ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड जैसे देशों के बोर्ड की राय जानेगा। सवाल यह है कि क्या चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पाकिस्तान में संभव है? यदि हां तो कैसे और यदि नहीं, तो आगे क्या?


इस बीच, राजधानी इस्लामाबाद में भड़की हिंसा ने भी पीसीबी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसी हिंसा के कारण श्रीलंका ने अपनी ए टीम को पाकिस्तान से वापस बुला लिया। हालांकि इसके बाद भी पीसीबी ने सख्त संदेश देने की कोशिश की। पीसीबी का कहना है कि इस्लामाबाद हिंसा को चैंपियंस ट्रॉफी से जोड़ना गलत है।
पाकिस्तान में इस बार पर गुस्सा है कि भारत ने अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है। अब पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने भी गुस्सा उतारा है।
शाहिद ने कहा कि मैं हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार नहीं करने के पीसीबी के फैसले के साथ हूं। भारत की सरकार राजनीति और क्रिकेट को मिला रही है, जो गलत है। इससे क्रिकेट का नुकसान है।
शाहिद ने एक्स पर लिखा- आईसीसी को अपनी अथॉरिटी साबित करना चाहिए। आखिर 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के बाद भी पाकिस्तान टीम ने भारत का दौर किया ही था। अन्य क्रिकेट बोर्ड को भी चाहिए कि वे भारत के इस रुख के खिलाफ आवाज उठाएं।
By intertwining politics with sports, the BCCI has placed international cricket in a precarious position. Fully support the PCB's stance against the hybrid model - especially since Pakistan (despite security concerns) has toured India five times, including a bilateral white-ball… pic.twitter.com/Xl4YBhCWuB
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) November 28, 2024